बिहार में अलग – अलग हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ बूंदाबांदी व हल्की वर्षा लोगों को गर्मी से राहत मिली है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के नीचे रहा। शनिवार देर रात तक 21 शहरों के तापमान में गिरावट आई। इस बीज ठनका गिरने से दो लोगों की जान चली गई। दरअसल, मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार राज्य में अगले तीन दिनों तक तेज हवा चलेगी और आंधी-पानी के साथ मेघगर्जन की संभावना है। आसमान में बादल छाए रहेंगे।
कुछ इलाकों में ओलावृष्टि का अलर्ट है।वहीं पटना व इसके आसपास इलाकों में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी का अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि शनिवार को दिन भर मौसम साफ रहा। नमी की वजह से लोगों ने दोपहर में पसीने वाली गर्मी झेली। शेखपुरा में 15.8 मिमी, फतेहपुर में 28.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि प्रदेश के डेहरी में 0.2 मिमी, औरंगाबाद में 1.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। फारबिसगंज में 23.4 मिमी, किशनगंज में 20 मिमी, डेहरी में 11.6 मिमी, नवादा में 8.5 मिमी, जमुई में 5.5 मिमी और गया में 3.8 मिमी बारिश हुई।शनिवार को सीवान के जीरादेई में 39.0 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
वहीं पटना के अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 37.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।उधर, आंधी-पानी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। आम और सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा। बिजली व्यवस्था चरमरा गई, जिससे कई इलाकों को घंटों बिजली गुल रही। वहीं, आरा और हाजीपुर में दो युवकों की मौत हो गई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र मध्यप्रदेश व इसके आसपास बना हुआ है।
इनके प्रभाव से पटना समेत प्रदेश में अगले तीन दिनों के दौरान आंधी-पानी के साथ मेघ गर्जन व बादल छाए रहने के आसार है। वहीं तीन दिनों बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। इन मौसमी प्रभाव को अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में कुछ जगहों पर 23 और 24 को ओलावृष्टि का भी अलर्ट है।