बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर देशभर के भाजपा-विरोधी 15 दलों की पटना की गई। ढाई घंटे तक चले इस महाबैठक में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने पर चर्चा हुई।विपक्षी दलों की बैठक खत्म हो गई है। करीब ढाई घंटे तक 15 दलों के नेताओं ने मिशन 2024 पर महामंथन किया। इस दौरान भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के मुद्दे पर चर्चा हुई। इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि नफरत की राजनीति के खिलाफ हमलोग एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे। इधर, महाबैठक के बीच कांग्रेस ने विपक्षी दलों के नेताओं की तस्वीर पोस्टर की और लिखा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हमारा एकमात्र दायित्व है। देश को एक नई दिशा देने के लिए यह बैठक की जा रही है।

आम आदमी पार्टी ने अध्यादेश के मुद्दे पर विपक्षी दलों से समर्थन मांगा, लेकिन एक दल ने इस पर पलटवार कर दिया।दरअसल, केंद्र सरकार ने मई में एक अध्यादेश जारी किया था। यह अध्यादेश कहता है कि दिल्ली में अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति में आखिरी फैसला उपराज्यपाल का होगा। आम आदमी पार्टी इसका पुरजोर विरोध कर रही है। इसी सिलसिले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे, स्टालिन, सीताराम येचुरी जैसे नेताओं से पिछले दिनों मुलाकात कर समर्थन मांग चुके हैं।केजरीवाल ने इस बैठक में कहा कि केंद्र के लाए अध्यादेश का हम विरोध कर रहे हैं और बाकी दलों को इस मुद्दे पर हमारा समर्थन करना चाहिए। जैसे ही केजरीवाल ने यह बात कही, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एतराज जताया। उन्होंने कहा कि जब कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था, तब तो आपकी पार्टी ने हमारा समर्थन नहीं किया था और संसद में सरकार का साथ दिया था।

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