एक साल में 10 लाख नौकरी देने का वादा करने वाली सरकार ने बिहार के युवाओं के साथ सबसे बड़ा धोखा कर दिया है. सरकार ने बिहार में होने जा रही करीब 1 लाख 70 हजार शिक्षकों की बहाली को पूरे देश के अभ्यर्थियों के लिए खोल दिया है. यानि देश के किसी राज्य के अभ्यर्थी बिहार में शिक्षक बन सकेंगे. बड़ी बात ये है कि तेजस्वी यादव के करीबी शिक्षा मंत्री ने सरकार के फैसले को जायज ठहराते हुए कहा है कि बिहार के युवा पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए ये कदम उठाना पड़ा है।बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब शिक्षक नियुक्ति पूरे देश के लिए होगा. देश के विभिन्न राज्यों के जो टैलेंटेड छात्र हैं, बेरोजगार हैं इसमें भाग ले सकेंगे. चंद्रशेखर ने कहा कि साइंस में, मैथ में, फिजिक्स में, केमेस्ट्री में, अंग्रेजी में बिहार में सक्षम छात्र नहीं मिल पाते हैं, जो सही तरीके से पढ़ा सकें।
तभी हमारे यहां साइंस टीचर की रिक्तियां रह जाती हैं. अभी हम प्रधानाध्यक की नियुक्ति कर रहे थे तब भी सक्षम लोग नहीं मिले. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार में बेहतरीन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षक आयें इसलिए सबके लिए नियुक्ति को खोल दिया गया है. मीडिया ने सवाल पूछा कि बिहार के बेरोजगार इसका विरोध कर हैं तो शिक्षा मंत्री ने कहा कि यहां हर बात का विरोध होता है. यहां अच्छी बात का भी विरोध होता है, उसमें हमें क्या कहना है. बता दें कि बिहार में एक लाख 70 हजार शिक्षकों की नियुक्ति में अब पूरे देश के लोग पात्र होंगे. इसके लिए शिक्षक नियुक्ति की नयी नियमावली में बदलाव किया गया है. बदलाव के बाद नए प्रावधान के तहत किसी भी राज्य के योग्य अभ्यर्थी बिहार में शिक्षक के लिए आवेदन कर सकेंगे. पहले इस नियुक्ति में सिर्फ बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों को ही आवेदन करने का प्रावधान था. लेकिन मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति दी गई कि अब पूरे देश के अभ्यर्थी शिक्षक नियुक्ति में शामिल हो सकेंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव बार-बार एक साल में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का एलान कर रहे थे. पिछले साल 15 अगस्त को नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से एलान किया था कि वे तेजस्वी की घोषणा के अनुरूप न सिर्फ एक साल में 10 लाख सरकारी नौकरी देंगे बल्कि 10 लाख और युवाओं को रोजगार देंगे. यानि कुल मिलाकर 20 लाख युवाओं को रोजगार दिया जायेगा. तेजस्वी यादव कई दफे कह रहे थे कि 10 लाख सरकारी नौकरी का बड़ा हिस्सा शिक्षकों की नियुक्ति होगी. लेकिन अब शिक्षकों की नियुक्ति को पूरे देश के लिए खोल दिया गया है. जाहिर है बिहार के युवाओं को शिक्षा विभाग में भी नौकरी नहीं मिल पायेगी. आलम ये है कि सरकार ने पिछले 11 दिनों में शिक्षक नियुक्ति नियमावली में 8 संसोधन किये हैं. जबकि बिहार में लाखों STET/CTET क्वालिफाइड शिक्षक अभ्यार्थी सालों से बेरोजगार बैठे हैं. वहीं, नियोजित शिक्षक भी नियमित होने का इंतजार कर रहे हैं।