साल 2023 की अमरनाथ यात्रा का आगाज हो गया है. जम्मू से पहला जत्था रवाना कर दिया गया है. जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर जम्मू बेस कैंप से पहले जत्थे को रवाना किया. कुल 3488 यात्री जम्मू से पहले जत्थे में रवाना हुए. सुबह करीब चार बजे अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बम-बम भोले और भारत माता की जय के नारों के बीच यात्रियों में दर्शन को लेकर खासा उत्साह है और जोश हाई है।करीब 62 दिनों तक चलने वाली यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं पर खाने-पीने की कुछ सामान पर प्रतिबंध लगाए गए हैं. इसके बावजूद अमरनाथ यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थ यात्रियों के शामिल होने की उम्मीद है. अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षाबल पूरी तरह से तैयार हैं. यात्रा के लिए चप्पे-चप्पे पर फोर्स और पुलिस की तैनाती की गई है. केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों की अतिरिक्त कंपनियों को भी जम्मू-कश्मीर भेजा है ताकि इस यात्रा की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
CRPF के 160 बटालियन के कमांडेंट हरिओम खरे ने कहा, ‘अमरनाथ यात्रा के लिए सीआरपीएफ CRPF पूरी तरह से तैयार है. यात्रा के लिए चप्पे-चप्पे पर फोर्स और पुलिस की तैनाती की गई है. हमारे साथ डॉग स्क्वॉड भी है. यात्रियों के साथ CRPF की बड़ी टूकड़ी जाएगी. बाइक दस्ता भी इनकी सुरक्षा करेगा. रास्तों को पूरी तरह से कवर किया गया है. ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा.’हालांकि इस बार सुरक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है. गुफा मंदिर में CRPF की जगह इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस यानि ITBP के जवानों की तैनाती की गई है. ITBP खासतौर पर माउंटेन वारफेयर में ट्रेंड होते है।