रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में सीबीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले में सीबीआई लालू-राबड़ी और मीसा भारती के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। 12 जुलाई को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई होनी है। तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दायर होने के बाद इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसको लेकर केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है।ललन सिंह ने कहा है कि तेजस्वी यादव के खिलाफ जो चार्जशीट फाइल हुआ है वह कोई अप्रत्याशित नहीं है। हमलोग अच्छी तरह से जान रहे थे कि यही होना है। जिस आरोप पर उनके खिलाफ चार्जशीट दायर हुआ, उस आरोप पर इसके पहले सीबीआई दो बार जांच करने के बाद यह कह चुकी है कि इसमें कोई साक्ष्य नहीं है। जेडीयू जब से महागठबंधन में शामिल हुई तब से ये काम शुरू हुआ है।
केंद्र सरकार के जो तोते हैं उनको शिक्षा देकर छोड़ दिया गया है।उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री पांच दिन पहले कहते हैं कि एनसीपी के जो नेता है वो 70 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में फंसे हुए हैं और बाद में वे बीजेपी सरकार के कैबिनेट में शामिल हो जाते हैं। तेजस्वी यादव महागठबंधन में शामिल हो रहे है, इसलिए जिन आरोपों को सीबीआई दो बार जांच के बाद खारिज कर चुकी है उसपर चार्जशीट दायर की जा रही है। सभी लोग अच्छी तरह से जान रहे हैं कि केंद्र की सरकार क्या कर रही है। जेडीयू अध्यक्ष ने कहा किबीजेपी एक तरफ भ्रष्टाचारियों को अपने वॉशिंग मशीन में धूलवाकर पाक साफ करा रही है तो दूसरी तरह विपक्षी एकता में जो लोग मजबूती के साथ खड़े हैं उनपर चार्जशीट दायर कर रहे हैं। तेजस्वी यादव बहुत ही बहादुर आदमी है, उनको भी अच्छी तरह से पता था कि क्या होने वाला है। जो करना है वे लोग करते रहे 2024 में देश की जनता हिसाब चुकता करेगी।उन्होंने कहा कि अपने पालतू तोतों का इस्तेमाल कर बीजेपी की सरकार विपक्ष के नेताओं को डराने की कोशिश कर रही है। देश में लोकतंत्र बचा कहा है, लोकतंत्र की तो हत्या हो रही है। आम नागरिक को बोलने और काम करने की स्तंत्रता खत्म हो रही है। जितनी भी संवैधानिक संस्थाएं हैं उनका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। पूरे देश की मीडिया को अपने नियंत्रण में कर लिया है, जो चहते हैं वही मीडिया चलाती है।