बिहार में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार (6 जुलाई) को राज्य के सभी जिलों में हल्की से भारी वर्षा तक की चेतावनी दी गई है. बिहार के चार जिलों में आज भारी वर्षा होगी. इनमें मधुबनी, अररिया, सुपौल और किशनगंज शामिल हैं. भागलपुर, लखीसराय, मुंगेर, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा और सहरसा में मध्यम से लेकर भारी वर्षा के संकेत हैं. इन सभी जिलों में वज्रपात की भी चेतावनी दी गई है.वहीं उत्तर मध्य बिहार के सीतामढ़ी, दरभंगा और शिवहर जिले में भी मध्यम स्तर की वर्षा के साथ वज्रपात की चेतावनी दी गई है. दक्षिण बिहार की बात करें तो रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, भोजपुर और बक्सर जिले में भी मध्यम स्तर की वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना है. राजधानी पटना में वर्षा के संकेत नहीं हैं लेकिन जिले के एक-दो स्थानों पर बहुत हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, बीते बुधवार को राज्य के 27 जिलों में वर्षा हुई है. इनमें पांच जिलों में भारी बारिश हुई. मधुबनी जिले के सभी स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा रिकॉर्ड किया गया. मधुबनी के मधेपुर में 178.6 मिलीमीटर बारिश हुई है. जिले के फुलपरास में 148.2 मिलीमीटर, झंझारपुर में 140.0 और पंडोल में 89 मिलीमीटर वर्षा हुई. सुपौल के निर्मली में भी 117.2 मिलीमीटर, दरभंगा के घनश्यामपुर में 83.6, औरंगाबाद के दाउदनगर में 80.2, किशनगंज में 89.2 मिलीमीटर बारिश हुई.बांका में 63.4 मिलीमीटर, बक्सर में 63.0, गया के टेकारी में 58.6, जहानाबाद के मखदुमपुर में 58.6, पटना के बिहटा में 56.0, मुंगेर के तारापुर में 55.8 मिमी, गोपालगंज में 52.8, भागलपुर के सुल्तानगंज में 51.6, रोहतास के दिनारा में 45.6 मिलीमीटर के साथ मध्यम स्तर की वर्षा दर्ज की गई. इसके अलावा सहरसा, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, नवादा, शिवहर, कैमूर, लखीसराय, खगड़िया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, भोजपुर और जमुई में भी हल्की बारिश दर्ज की गई.पटना में मंगलवार की अपेक्षा बुधवार को 0.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बिहार में सबसे अधिक तापमान नवादा में 35.7 डिग्री सेल्सियस रहा. मंगलवार की अपेक्षा यह एक डिग्री कम है. सबसे कम तापमान भागलपुर के सबौर और सीतामढ़ी में 28.5 डिग्री रहा.मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से औसत 3.1 किलोमीटर ऊपर मध्य उत्तर प्रदेश में स्थित है. इसके प्रभाव से अगले पांच दिनों तक तापमान में बढ़ोतरी का कोई पूर्वानुमान नहीं है. साथ ही कई जिलों में वर्षा की संभावना है.षा की संभावना है। मौसम विज्ञान केन्द्र पटना के अनुसार एक समुद्री परिसंचरण समुद्री तल से औसत 3.1 किलोमीटर ऊपर मध्य उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसका प्रभाव अगले पांच दिनों तक तापमान वृद्धि में कोई छूट नहीं है। साथ ही कई अनूठे में वर्षा की संभावना है।