ITO स्थित विकास भवन पर ड्रेन रेगुलेटर टूटने के चलते यमुना का पानी लगातार ITO में घुस रहा है. यहां हालात ये हो गए हैं कि पानी घुटनों तक जमा हो गया है. यहां से गुजरने वाले कई रास्ते बंद कर दिए गए हैं. राजघाट जाने वाली सड़क को भी रोक दिया गया है. रोड बंद होने के कारण लक्ष्मीनगर से ITO जाने वाली सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया है.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 11 बजे ITO पर भरे यमुना के पानी और स्थिति का जायजा लेने जाएंगे।

वहीं दिल्ली के बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि रातभर दिल्ली सरकार की टीमों ने WHO की बिल्डिंग के पास 12 नंबर ड्रेन के रेगुलेटर को सही करने की कोशिश की है. हालांकि फिर भी यमुना का पानी शहर में घुस रहा है. सरकार ने मुख्य सचिव को तुरंत एक्शन लेने के लिए कहा है.राजघाट के सामने महात्मा गांधी रोड को बंद कर दिया गया है. यहां सड़क के दोनों तरफ पानी भरने लगा है. पुलिस ने एहतियातन दोनों तर बैरिकेंड्स लगाते हुए सड़क को बंद कर दिया है. वहीं ITO से दिल्ली सचिवालय की तरफ जाने वाली सड़क को बंद कर दिया है।

ITO पर रात से ही पानी भर रहा है. अभी वहां घुटनों तक पानी इकट्ठा हो गया है.बाढ़ की दहलीज पर खड़े दिल्ली वालों के लिए राहत की खबर आ रही है. यमुना नदी अपना रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद अब धीरे-धीरे शांत हो रही है. यमुना का जलस्तर लगातार गिर रहा है. सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 208.46 रिकॉर्ड किया था. सुबह 7 बजे ये 208.44 मीटर हुआ और अब 8 बजे के ताजा आंकड़ों के अनुसार यमुना का जलस्तर 208.42 मीटर हो गया है. कल रात 8 बजे से आज सुबह 8 बजे तक यमुना के जलस्तर में 0.24 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि अभी भी यमुना नदी दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.राजघाट पर एकदम से पानी भरने की रफ्तार तेज हो गई है. पानी भरने के कारण राजघाट के सामने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है. चौराहों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है और ट्रैफिक पुलिस को भी तैनात किया गया है. दिल्ली सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स को भी राजघाट पर तैनात किया गया है।दिल्ली में यमुना का पानी ITO तक आ गया है. यहां पर कल शाम से धीरे-धीरे पानी आना शुरू हुआ और इस वक्त तक घुटनों तक पानी हो गया है. ITO पर पानी भरने की वजह से रिंग रोड से ITO की तरफ जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है. यहां से एक तरफ कुछ दूरी पर राजघाट है, दूसरी तरफ सराय काले खां है. यहीं पर पास में डीडीए की बिल्डिंग है. इस रास्ते पर पानी भी जाने की वजह से बहुत से लोगों को परेशानी हो रही है.राजधानी दिल्ली में गुरुवार को रिकॉर्ड जलस्तर दर्ज करने के बाद अब दिल्ली में यमुना का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है. सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया था, जो कि सुबह 7 बजे तक 208.44 मीटर हो गया है.बाढ़ के खतरे के बीच दिल्ली में कई जगहों पर पानी भर गया है. दिल्ली के शांति वन इलाके से भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिनमें पानी भरने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों ने नदियों का और कॉलोनियों ने झीलों का रूप ले लिया है.यमुना का बढ़ा हुआ पानी अब महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट तक पहुंज गया है. ताजा तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि पूरा पार्क ही जलमग्न हो गया है।

अभी भी तेज धार के साथ पार्क में पानी भर रहा है. राजघाट के आस-पास के इलाकों को भी अब बाढ़ की चिंता डराने लगी है. आस-पास के लोगों का कहना है कि उन्होंने पिछले 30 सालों में कभी भी राजघाट की ऐसी हालत नहीं देखी. पूरा राजघाट ही झील में तब्दील हो गया है.रिकॉर्ड जलस्तर पर बहने के बाद राजधानी दिल्ली में यमुना के जलस्तर में मामलू गिरावट आई है. जानकारी के मुताबिक यमुना का जलस्तर लगातार गिर रहा है, लेकिन अभी भी ये पानी सर्वाधिक रिकॉर्ड 208.66 मीटर से महज 0.20 मीटर ही नीचे हुआ है. शुक्रवार की सुबह यमुना का जलस्तर दिल्ली में 208.46 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. कल यानी 13 जुलाई को यमुना ने रात 8 बजे अपना सर्वाधिक जलस्तर रिकॉर्ड किया था.दिल्ली में यमुना का जलस्तर भले ही कल की तुलना में गिरा हो, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. ये पानी अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुंच चुका है. राजधानी दिल्ली का ITO स्थित इलाका जलमग्न हो चुका है. उस इलाके में स्थित कई सरकारी दफ्तरों में पानी घुस गया है.कल देर शाम आईटीओ के पास एक ड्रेन का रेगुलेटर क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण पानी का रिसाव शुरू हुआ था।

जिसके बाद देर रात तक आईटीओ का इलाका जलमग्न हो गया. जब तक पानी के बहाव को रोका जा सका तब तक पानी सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुका था.भारत के उत्तरी राज्यों में मूसलाधार बारिश ने यमुना के जलस्तर को बढ़ा दिया. वहीं दिल्ली में भी इस दौरान भीषण बारिश हुई. ऊपर के प्रदेशों ने हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज में लगातार पानी छोड़ा, जिसके चलते यमुना में पानी बढ़ता चला गया. अब हालात ये हैं कि पानी यमुना की परिधि लांघ कर दिल्ली में बाढ़ के हालात लाने की कगार पर है.शुक्रवार की सुबह डरे सहमे दिल्ली वालों राहत की खबर मिली है. इतिहास के सबसे ज्यादा पानी को लेकर बहने के बाद अब यमुना के जलस्तर में धीरे-धीरे गिरावट आने लगी है।

मंगलवार सुबह 6 बजे यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली में 208.46 मीटर दर्ज किया गया.राजधानी दिल्ली में यमुना नदी इस वक्त अपने चरम उफान पर है. आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि दिल्ली में अब तक के इतिहास में यमुना कभी भी इतने भारी पानी के साथ नहीं बही. यही कारण था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय गृह मंत्री से निवेदन करना पड़ा कि यमुना में पानी भरने वाले हथनी कुंड बैराज से धीरे-धीरे कर के ही पानी आगे छोड़ा जाए. केंद्रीय गृह मंत्री ने भी स्थिति का जायजा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हालात से रू-ब-रू कराया. गृह मंत्री ने उन्हें बताया कि आने वाले 24 घंटों में यमुना का जलस्तर गिरने की उम्मीद है. वहीं हालात बिगड़ते हैं तो निपटने के भी पुख्ता इंतजाम हैं. एनडीआरएफ की कई टीमें इसके लिए मुस्तैद हैं।

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