झारखंड में इन दिनों निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल से ज्यादा कोई अफसर चर्चा में है तो वह हैं मिताली शर्मा. महज 21 वर्ष की उम्र में जेपीएससी एग्जाम क्लियर कर अधिकारी बनीं मिताली को उनकी पहली ही पोस्टिंग के दौरान 10,000 रुपये घूस लेते हुए एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया है.जिस बेटी के जेपीएससी एग्जाम में 108 वी रैंक लाने पर परिवार खुशियों से फूला नहीं समा रहा था, वही परिवार बेटी के घूसकांड के बाद से अब मुंह छिपाए फिर रहा है. मिताली शर्मा हजारीबाग के बड़ा बाजार की रहने वाली हैं. ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद यूपीएससी की तैयारी में जुटी मिताली ने महज 21 वर्ष की उम्र में पहले ही अटेम्प्ट में जेपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी.मिताली शर्मा एक मध्यवर्गीय परिवार से आती हैं. उनके पिता का नाम मुकेश शर्मा है. मिताली शर्मा की पहली पोस्टिंग कोडरमा जिले में हुई थी. उन्हें यहां सहकारिता विभाग में बतौर सहायक निबंधक का पद मिला था. मिताली शर्मा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हजारीबाग की टीम ने 10,000 रुपए घूस लेते रंगेहाथ उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया है.अफसर मिताली शर्मा के खिलाफ कोडरमा व्यापार मंडल सहयोग समिति के सदस्य रामेश्वर प्रसाद यादव ने एसीबी में शिकायत की थी. एसीबी की टीम उन्हें गिरफ्तार करने के बाद अपने साथ हजारीबाग ले गई है. रामेश्वर यादव के मुताबिक, 16 जून 2023 को सहकारिता विभाग की सहायक निबंधक मिताली शर्मा ने कोडरमा व्यापार मंडल का निरीक्षण किया था।
इस दौरान उन्हें कुछ खामियां दिखी थीं. इसके बाद उन्होंने कोडरमा व्यापार मंडल सहयोग समिति लिमिटेड के सदस्यों को स्पष्टीकरण देने को लेकर कहा था.रामेश्वर प्रसाद यादव का आरोप है कि मिताली शर्मा ने स्पष्टीकरण देने से बचाने के नाम पर 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. हालांकि, मिताली अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान भ्रष्टाचार की सीढ़ीयां चढ़ पातीं, इससे पहले ही रामेश्वर प्रसाद यादव ने पूरे मामले की शिकायत एसीबी के अफसरों से कर दी. 5 जुलाई 2023 को मिताली को घूस लेते रंगेहाथ एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था. वहीं, साल 2021 में मिताली ने जेपीएससी एग्जाम क्वालिफाई किया था।