संसद के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। मणिपुर वायरल वीडियो मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद लोकसभा की कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक और राज्यसभा की कार्रवाई दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।कांग्रेस, आप और बीआरएस सासंदों ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा और राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव पर नोटिस दिया है। उनकी मांग है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में आकर जवाब दें।शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि मणिपुर की हिंसा पर यूरोप के संसद में चर्चा हुई, अंतरराष्ट्रीय मंच पर चर्चा हुई, UN में सवाल खड़े होते हैं, लेकिन हमारे सदन में चर्चा नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री 80 दिन बाद जवाब दे रहे हैं, उससे क्या होता है..यह एक गंभीर मुद्दा है… आप मणिपुर की कानून-व्यवस्था के बारे में बात क्यों नहीं करते?… निर्भया मामले में, जब भाजपा विपक्ष में थी तो उसने तत्कालीन सरकार को हिला दिया था, लेकिन अब दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया तो वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।
भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि मणिपुर में जो हुआ, वो बहुत ही घिनौनी घटना है। ऐसा महिलाओं के साथ नहीं होना चाहिए और प्रधानमंत्री मोदी ने इसका जवाब दिया है। विपक्ष हमेशा प्रधानमंत्री मोदी जो करते हैं, उसके खिलाफ बोलते हैं। उनकी (विपक्ष) कोई मान्यता नहीं है।मणिपुर मामले पर विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्रवाई दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इससे पहले, लोकसभा की कार्रवाई 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई थी।मणिपुर के हालात पर लोकसभा में हंगामे के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, मणिपुर की घटना निश्चित रूप से बहुत गंभीर है और स्थिति को समझते हुए पीएम ने खुद कहा है कि मणिपुर में जो हुआ उसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। घटना पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम मणिपुर पर संसद में चर्चा चाहते हैं। मैंने सर्वदलीय बैठक में यह कहा था और मैं संसद में यह दोहराता हूं कि हम मणिपुर पर सदन में चर्चा चाहते हैं। लेकिन मैं देख रहा हूं कि कुछ राजनीतिक दल हैं जो अनावश्यक रूप से यहां ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि मणिपुर पर चर्चा न हो सके। मैं स्पष्ट रूप से आरोप लगा रहा हूं कि यह विपक्ष मणिपुर पर उतना गंभीर नहीं है जितना उन्हें होना चाहिए था।