बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के अपने आवास पर अचानक एक अहम बैठक बुला लिया। इसमें एक-एक कर जेडीयू के पूर्व सांसद, विधायक और विधान पार्षद पहुंचने लगे। कहा जा रहा है कि पार्टी के तमाम पूर्व सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों को शामिल होने का आदेश जारी किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन सभी से वन-टू-वन बातचीत कर रहे। आगामी लोकसभा की रणनीतियों को लेकर ये बैठक काफी अहम माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक के बाद कोई अहम फैसले ले सकते हैं।
वहीं, राजनीतिक हलकों में इस बात को भी लेकर चर्चा है कि रामदास अठावले की बात पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने बीजेपी की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर से साथ आने का न्योता दिया था। उसके बाद माना जा रहा है कि इस बैठक में जरूर इस बारे में भी चर्चा होगी। इसी वजह से इस बैठक में पार्टी के सभी पूर्व सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों को शामिल रहने को कहा गया है। चूंकि 2019 लोकसभा औक 2020 विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ लड़ी थी।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इससे पहले भी पार्टी की कई महत्वपूर्ण बैठक अपने आवास पर बुला चुके हैं। माना जा रहा है। इस बार की बैठक पिछली बैठक से ज्यादा अहम हो सकती है। दरअसल, शनिवार को रामदास अठावले की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बीजेपी के साथ आने का ऑफर दिया गया था। इस बैठक को इस नजरिए से भी देखा जा रहा है।