उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है. मानसून सत्र की शुरूआत काफी हंगामेदार रही. मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के सदस्यों और विधायकों को विधानसभा के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन करते देखा गया. वहीं विधानसभा मानसून सत्र के दौरान विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर सदन में चर्चा की मांग कर रहा है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा के अंदर मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए उस पर योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया मांगी. इसके साथ ही अखिलेश यादव मणिपुर हिंसा को लेकर विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पास करने की मांग भी रखी. हालांकि स्पीकर ने अखिलेश यादव की मांग की खारिज करते हुए इससे इनकार कर दिया और कहा कि ये विधानसभा का विषय नहीं है.इस पर अखिलेश यादव ने सभी का ध्यान इस बात पर केंद्रित किया कि दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में मणिपुर हादसे को लेकर उसकी निंदा हुई है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने मणिपुर की घटना की निंदा की है, ऐसे में उत्तर प्रदेश की विधानसभा में भी इस पर निंदा प्रस्ताव पास होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस पर कुछ बोलने की अपील भी की. अखिलेश यादव ने कहा कि ‘योगी जी पूरे देश में प्रचार करने जाते हैं. ऐसे में वह मणिपुर हादसे पर कुछ बोलकर देश की आवाज बन सकते हैं. जिसमें हम उनके साथ हैं.’वहीं अखिलेश यादव ने विधानसभा के सत्र के दौरान तीखे अंदाज में तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ से कहा कि हो सकता है मुख्यमंत्री की कुछ मजबूरी हो? फिलहाल मणिपुर की घटना से पूरे देश की महिलाओं में डर का माहौल है. इस डर को निकाला जाना चाहिए.’ फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना मणिपुर में जो भी हुआ उसे गलत बताते हुए कहा कि वहीं जो भी हुआ उसकी चर्चा यूपी विधानसभा में नहीं की जानी चाहिए।

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