समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना महात्मा गांधी से की है. मदन सहनी ने कहा कि जो यह कह रहे हैं कि उनमें प्रधानमंत्री बनने की सभी योग्यताएं हैं, लेकिन सिर्फ यह नहीं कहा जा सकता है क्योंकि देश जब आजाद हुआ था तो कई महापुरुषों ने योगदान दिया था परंतु जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने थे और महात्मा गांधी को आज ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी’ कहा जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी भूमिका देश के हित में थी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका भी उससे कम नहीं है.मदन सहनी के इस बयान पर बीजेपी को उनके पुराने बयानों से हमला कर रही है. बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार गद्दी के लिए कुछ भी कर सकते हैं।

नीतीश कुमार 2002 में जब सात दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने कहा था कि अब मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा, लेकिन फिर 15 दिन के बाद वह चले गए थे. वे विधायक रहे, सांसद रहे, केंद्रीय मंत्री रहे, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री बने हुए हैं. अगर वह यह कहते कि मैं मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहूंगा तो कोई बात नहीं थी. नीतीश ने कहा था कि कुटिया बनाकर रह लेंगे, लेकिन कब जाएंगे? मैं उनके लिए कुटिया बनवाने के लिए तैयार हूं.उधर जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने बयान दिया है कि नीतीश कुमार, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और शरद पवार इन सब में प्रधानमंत्री बनने की क्षमता है. जहां तक नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने या संयोजक बनने का सवाल है तो हम इसके संस्थापक हैं यह हमारे लिए बड़ी चीज है.केसी त्यागी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के लिए भी और संयोजक के लिए भी बहुत सारी योग्यता रखते हैं, जो होनी चाहिए. 16 सालों तक बिहार के वे मुख्यमंत्री रहे, आपातकाल में 19 महीने जेल में रहे. अटल बिहारी वाजपेयी की नेतृत्व वाली सरकार में छह महत्वपूर्ण विभागों के केंद्रीय मंत्री रहे हैं, लेकिन इन सब पदों से ऊपर हमारे लिए 2024 का चुनाव है. ना हम प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं ना संयोजक पद के हैं।

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