लोकसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ लड़ाई के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन की मुंबई में बैठक होने वाली है. इधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार यह कह रहे हैं कि उनकी कोई इच्छा नहीं है. वह यही चाहते हैं कि सारे विपक्षी दल एकजुट होकर मजबूती से लड़े. सीएम नीतीश कुमार के इन्हीं बयानों को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सवाल उठाए हैं.मंगलवार (29 अगस्त) को जीतन राम मांझी ने कहा कि कमल बरसेगा और पानी भीगेगा क्या यह है संभव?

इसी प्रकार नीतीश कुमार कहते हैं कि हम महत्वाकांक्षी नहीं हैं. ये उनकी ना में हां है. इस दौरान मांझी ने जेडीयू के मंत्री श्रवण कुमार के बयान पर भी जवाब दिया. कहा कि जहां तक श्रवण कुमार की बात है तो श्रवण कुमार कह रहे हैं इसका मतलब समझिए कि नीतीश कुमार कह रहे हैं. सवाल उठाया कि नीतीश कुमार की इच्छा नहीं होती तो इतना आगे पीछे क्यों करते? सोच रहे हैं कि अब बिहार में दाल नहीं गलने वाली हो तो वहां कहीं मौका मिल जाए.बता दें कि श्रवण कुमार ने बीते दिन को यह बयान दिया कि नीतीश कुमार की एक ही इच्छा है कि केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बने. इसके लिए बीजेपी की विचारधारा से जितने भी अलग दल हैं उन सबको एक साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है. नीतीश कुमार की इच्छा नहीं है. लोग देश में चर्चा करते रहते हैं इसलिए मैं समझता हूं कि जो उनका लक्ष्य है वो है एनडीए को हटाना जिस पर वो काम कर रहे हैं. बिहार, यूपी, बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान हर जगह नीतीश कुमार की चर्चा होती है कि पीएम के लायक हैं।

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