पिछले दिनों बीजेपी के बिहार अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बेबुनियाद बयान दिया था जिसमे कहा था कि ब्राह्मण सदा श्रेष्ठ थे, हैं और रहेंगे । उन्होंने खुद को चाणक्य के शिष्य सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य का वंशज बताया था ।इन्ही बेबुनियादी बयानों से बीआरपी प्रदेश अध्यक्ष मंडल चीफ सम्राट श्री रंजीत यादव जी ने उन पर जमकर प्रहार किया है, हमला बोला है और कहा है कि सम्राट चौधरी सम्राट चंद्रगुप्त के वंशज हो ही नही सकते। उनके अंदर खुरापातीयों का खून दौड़ रहा है। सम्राट चंद्रगुप्त का वंशज कहना उनका अपमान है जिन्हे अखंड भारत का जनक कहते है। रही बात चाणक्य की तो यह तो काल्पनिक नाम है, जिस खुरापातियों ने ही स्थापित किया है जिस तरह आज चौधरी बकवास कर रहा है । सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु उनके ही बड़े भाई विष्णुगुप्त मौर्य थे, जो विद्वान थे, श्रेष्ठ थे। विद्वता में ब्राह्मणों के बाप थे। सच्चे इतिहास को पढ़ने की जरूरत है। अनपढ़ों को चुप रहना चाहिए।सिर्फ सम्राट लगाकर कोई सम्राट नही बन जाता है कर्म करना पड़ता है । सम्राट लगाकर यह बहरूपिया सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के वंशजों को गुमराह कर रहा है। ब्रह्मण ही श्रेष्ठ है, इस बयान को बड़बोलापन बताया है और कहा इसरो के वैज्ञानिक जिसने चंद्रयान को भेजा और सफल रहा वह तो ब्राह्मण नही है फिर कैसे सबसे श्रेष्ठ हो गया? कोई भी व्यक्ति जन्म से महान व श्रेष्ठ नही होता है, इसके कर्म ही उसे महान और श्रेष्ठ बनाते हैं ।
यहां सभी मानव समान है समान रूप से पैदा होता है और मृत्यु को प्राप्त होता है। व्यक्ति के कर्म ही महान बनाते है। सम्राट अशोक आखिर महान कैसे बने? क्या वे ब्राह्मण थे ? श्री यादव ने बिहार की जनता से अपील की है कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है, शोषण और लूट ही इनका धर्म और कर्म है। जनता को बरगलाने और सिर्फ एक ही वर्ग को प्रमोट करने और आपका हक अधिकार छीन लेने में माहिर है। धर्म को धंधे में तब्दील करना इनकी फिदरत है। सम्राट चौधरी बीजेपी का मात्र मोहरा है, हथियार है। नकली सम्राट बनकर सिर्फ सम्राट चंद्रगुप्त के वंशजों का वोट लेकर सत्ता में पहुंचना ही उनका मुख्य लक्ष है। सोचो अभी यह बड़बोलापन दिखा रहा है, सत्ता मिली तो क्या नही करेंगे? बिहार की जनता को अब गुमराह होने की जरूरत नहीं है।बीआरपी बेस्ट विकल्प के रूप में आपके बीच में है। आप किसी भी तबके से है सभी को पूर्ण भागीदारी मिली है। हक अधिकार सुरक्षित है।इसीलिए बीआरपी को सत्ता में पहुंचाओं फिर देखो कैसे असली इतिहास आपके समक्ष होता है और बिहार ही नही भारत फिर से सोने की चिड़िया बनता है।