केंद्र सरकार द्वारा संसद का विशेष सत्र कॉल करने पर आम आदमी पार्टी की ओर से पहली प्रतिक्रिया आ गई है. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस मसमले पर कहा है, “यह केवल केंद्र सरकार और बीजेपी की घबराहट है. संसद का विशेष सत्र नया नैरेटिव बनाने के लिए जल्दबाजी में अखबारों और टीवी पर दी गई है. कल, हिंडनबर्ग 2.0 की खबर पर अडानी उद्योग सामने आए. संसद का विशेष सत्र उसके प्रभाव को कम करने व दबाने के लिए है. सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इंडिया अलाएंस मजबूत हो रहा है. इससे बीजेपी वाले घबरा गए हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए संसद के विशेष सत्र का मसला उछाला गया है।
केंद्र सरकार की मंशा हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को दबाने की है. इसके सिवाय बीजेपी का और कोई मकसद नहीं है. वहीं, दिल्ली कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने भी कहा है कि बीजेपी मुंबई में इंडिया अलाएंस की बैठक से घबरा गई है. यदि मुंबई बैठक का कोई मतलब नहीं है तो बीजेपी परेशान क्यों हैं? हकीकत यह है कि जब कोई व्यक्ति किसी चीज से डरता है तो वह इस तरह की हरकत करता है. सौरभ भारद्वाज का यह बयान केंद्र सरकार द्वारा गुरुवार को 18 से 22 सितंबर को संसद का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा के बाद आया है. संसद का विशेष सत्र बुलाए के फैसले को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने तानाशाही करार दिया है. उन्होंने कहा कि विशेष सत्र को लेकर सस्पेंस है. अगर सरकार विशेष सत्र बुलाना चाहते हैं तो पहले आपको विपक्ष को विश्वास में लेना चाहिए।