राष्ट्रपति भवन में G20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे होने पर देश की राजनीति गरमा गई है। बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वे (बीजेपी)’इंडिया’ नाम से इतना डरे क्यों हुए हैं? यह दिखाता है कि PM मोदी INDIA गठबंधन से डरे हुए हैं। वहीं कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि अबतक बीजेपी को इंडिया शब्द से कोई दिक्कत नहीं थी। दरअसल, यह लोगों का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह और अधीर रंजन चौधरी का भी रिएक्शन सामने आया है।सबसे पहले बात करते हैं तेजस्वी यादव की। तेजस्वी यादव ने कहा-‘ हमारे नारे में ही है “जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया”। कुछ दिन पहले तक यह ‘वोट फॉर इंडिया’ बोलते थे और अब भारत लिख रहे हैं… यह कहां-कहां से हटाएंगे? प्रधानमंत्री के जहाज में भी ‘इंडिया’ है। इनको हर योजना, मंत्रालय से नाम हटाना होगा। एक राज्य का बजट बन जाए वे इतना खर्चा नाम बदलने में करेंगे।
उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) ‘इंडिया’ नाम से इतना डरे क्यों हुए हैं? यह दिखाता है कि PM मोदी INDIA गठबंधन से डरे हुए हैं।वहीं कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि 2014 से 2023 तक तो बीजेपी को इंडिया शब्द से कोई दिक्कत नहीं थी। इंडिया अलायंस बनने के बाद भाजपा के मन में नई नफरत जाग चुकी है। वे इस सच्चाई को पचा नहीं पा रहे हैं कि इंडिया अलायंस को लोगों ने स्वीकार कर लिया है। भाजपा लगातार महंगाई, बेरोजगारी, अडानी के खिलाफ जांच, चीन, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और मणिपुर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। हम इंडिया और भारत के लिए काम कर रहे हैं, जबकि बीजेपी इंडिया बनाम भारत के लिए काम कर रही है।कांग्रेस नेता दिग्वजिय सिंह ने कहा- संविधान कहता है कि इंडिया दैट इज ‘भारत’। मैं संविधान का हवाला दे रहा हूं- इंडिया दैट इज ‘भारत’…। वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि अब ‘इंडिया’ शब्द से दिक्कत हो गई है और वे इसे बदलकर भारत कर रहे हैं। आप हमसे, हमारे नेतृत्व, हमारी विचारधारा से नफरत करते हैं हमें कोई दिक्कत नहीं लेकिन इंडिया, भारतीयों से नफरत मत करिए। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का कहना है,हिंदू नाम भी विदेशों ने दिया है…मुझे लगता है कि पीएम खुद इंडिया नाम से डरते हैं। जिस दिन से इंडिया नाम का गठबंधन बना है, उसी दिन से इनकी इंडिया नाम के प्रति नफरत बढ़ गई है।’