पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि हम अपमान का हिसाब करते हैं और एहसान भी सूद समेत वापस करते हैं. आनंद मोहन किसी से डरने वाला नहीं है. डर जिससे डरता है उसका नाम आनंद मोहन है. जो डर गया मानो मर गया. आनंद मोहन जेल में बिस्तर छोड़ कर आया है. मर्द का एक पैर 24 घंटे जेल में होता है. हम डरने वाले नहीं लड़ने वाले हैं. आनंद मोहन ने कहा कि मैं ऊपर वाले के अलावा और किसी से नहीं डरता. गुरुवार (7 सितंबर) को आनंद मोहन आरा पहुंचे थे. एक कार्यक्रम था लेकिन मीडिया के सवालों पर तमतमा गए.आनंद मोहन जन संवाद कार्यक्रम के दौरान आरा के नागरिक प्रचार सभागार में पहुंचे थे।
आनंद मोहन के पहुंचने के बाद कार्यक्रम सुचारू रूप से चल रहा था. बीच-बीच में कार्यक्रम को लेकर आनंद मोहन अपने समर्थकों पर गुस्सा करते रहे. इसी बीच अचानक वह बीच कार्यक्रम से उठकर अपनी गाड़ी के पास पहुंच गए और पटना जाने के लिए गाड़ी में बैठने लगे. काफी मनाने के बाद वह माने और मंच की तरफ वापस जाने लगे. इस दौरान कुछ मीडियाकर्मी भी वहां मौजूद थे. आनंद मोहन से सवाल करना चाहा तो वो पत्रकारों पर भड़क गए.आनंद मोहन ने मीडियाकर्मियों पर गुस्सा दिखाते हुए हटने को कहने लगे. धमकी देने लगे और कैमरा माइक आईडी पर हाथ मारने लगे जिसकी तस्वीर वहां मौजूद मीडियाकर्मियों के कैमरे में कैद हो गई. दरअसल,जब आनंद मोहन समेत कई नेता मंच पर मौजूद थे तब नागरिक प्रचार सभागार से लोग बाहर निकालकर घूम रहे थे और खाना खा रहे थे. मंच का सही ढंग से संचालन नहीं हो रहा था जिसके कारण कार्यक्रम में देरी होने लगी और आनंद मोहन भड़क उठे.आनंद मोहन ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. आरा में उन्होंने कहा कि मैं अमित शाह से नहीं डरता हूं. डर गया तो आनंद मोहन कैसा. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की. पूर्व सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार ने कानून में बदलाव करके मुझे आप लोगों के बीच खड़ा किया. उन्होंने कहा कि हम राजपूत हैं, लड़ते हैं तो ताल ठोक कर लड़ते हैं और अगर मिलते हैं तो दिल खोलकर.आनंद मोहन ने संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में अगर कोई परिवारवाद है तो वो है संघ परिवार. देश में संघ परिवार के ही राष्ट्रपति हैं, प्रधानमंत्री हैं, उप राष्ट्रपति हैं. कई राज्यों के मुख्यमंत्री उसके (संघ) हैं. ओम बिरला भी संघ के ही हैं. इनके साथ साथ विभिन्न प्रांतों के राज्यपाल उसके ही हैं. हमारा परिवारवाद नहीं है. इस देश में केवल एक ही परिवारवाद चल रहा है संघ परिवार।