कांग्रेस ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस ने इस बार मोदी सरकार पर एक बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस ने कहा, “ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार रोजाना नए शिगूफा छोड़ती है, लेकिन कश्मीर में एक बड़ा घोटाला हुआ है, जहां मनोज सिन्हा एलजी हैं। कांग्रेस ने आगे कहा, “जम्मू कश्मीर में “जल जीवन मिशन” के नाम पर 13 हजार करोड़ का करप्शन किया गया है और इस मामले को उठाने वाले एक IAS अधिकारी है, जो गुजरात के है और दलित हैं, इस अधिकारी को बार बार ट्रांसफर किया जा रहा है।” जानकारी के लिए बता दें कि “जल जीवन मिशन ” केंद्र सरकार की परियोजना है।कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आगे कहा,”घोटाले की एक पूरी क्रोनोलाजी है। पहले तकनीकी मंजूरी और बगैर किसी निविदा के टेंडर निकाला गया।
इस टेंडर के लिए किसी भी प्रक्रिया का पालन नही किया गया। जिस अधिकारी ने घोटाले को उजागर किया गया अब उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। हमारे कुछ सवाल हैं मोदी सरकार क्यों 13 हजार के घोटाले को उजागर करने की सजा दे रहे है? गृह मंत्रालय आखिर शिकायत के बावजूद जांच क्यों नहीं करा रहा है? क्या यह एलजी कार्यालय है जो कथित तौर पर चूक और कमीशन के कार्यों में लिप्त है? अभी तो केवल छोटी मछली को ही चिन्हित किया गया है, लेकिन ‘बड़ी मछली’ कहां है? ये लूटा हुआ पैसा कहां गया? किसकी जेब भरी जा रही थी?कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा,”MODI सरकार का असली नाम है- मैन्युफैक्चरिंग ऑफ डायवर्सनरी इश्यूज सरकार। अपने घोटालों को जनता के ज़हन से दूर रखने के लिए मोदी सरकार नित नए शगूफ़े परोसती है, लेकिन सच नहीं छिपता है। जम्मू-कश्मीर में ₹13,000 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला हुआ है, एक आईएएस अधिकारी ने खुलासा किया है।” पवन खेड़ा ने आगे कहा, “एक आईएएस अधिकारी ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में जल जीवन मिशन (JJM) में 13,000 करोड़ रुपये के बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है और उन्हें गुप्त रूप से जूनियर स्तर के पद पर ट्रांसफर कर दिया गया है। अधिकारी का सेवा में बेदाग रिकॉर्ड है और उन्होंने उन आईएएस अधिकारियों के नाम सूचीबद्ध किए हैं, जो दस्तावेजी सबूतों की एक श्रृंखला के अनुसार, भ्रष्टाचार के बड़े कृत्यों में शामिल थे। लेकिन घोटाला यहीं नहीं रुकता।”