चुनाव या फिर उपचुनाव के दौरान दो विपक्षी दलों को अक्सर एक-दूसरे पर निशाना साधते और आरोप लगाते देखा जाता है. ऐसा ही कुछ नजारा हाल ही में उत्तर प्रदेश की जनता को मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर देखने को मिला. जहां एक ओर सपा का साथ छोड़ एनडीए में शामिल हुए सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर लगातार समाजवादी पार्टी और सीधे तौर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव पर निशाना साधते नजर आए.वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी भी लगातार ओपी राजभर को दल बदलू कहते हुए कई आरोप लगाती रही. फिलहाल अब इन दो दलों की आपसी बयानबाजी ने सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और सपा नेता शिवपाल यादव को एक दूसरे का जानी दुश्मन बना दिया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकी हाल ही के दिनों में सपा नेता शिवपाल यादव और सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के दिए गए बयानों के बीच ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है।
दरअसल मंगलवार के दिन ओम प्रकाश राजभर घोसी पहुंच अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे. इस दौरान वह अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश करने के साथ ही सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी को निशाना बनाया. इस दौरान ओपी राजभर ने जोश में सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘हम तोड़ते हैं, हम फोड़ते हैं और हम मारते हैं तो खून भी नहीं निकलता है. ऐसी जगह मारते हैं कि किसी को दिखा भी नहीं सकते. खाली अखिलेश जी को दिखाओगे.’फिलहाल ओपी राजभर के इस बयान को सपा नेता शिवपाल सिंह यादव के कुछ दिन पुराने बयान से जोड़कर देखा जा रहा है. जिसमें शिवपाल सिंह यादव घोसी में सपा प्रत्याशी की जीत के तुरंत बाद यह कहते नजर आए कि ‘यादव जब मारता है तो रोने भी नहीं देता.’ अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिवपाल की यह बात किसके लिए कही गई थी. फिलहाल ओपी राजभर यहीं पर नहीं रुके उन्होंने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन पर हमला भी करवाया जा सकता है।