विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में गुरुवार को मुंगेर पहुंचे। यहां उनकी यात्रा राजारानी तालाब से शुरू हुई। यात्रा की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि अपने हक की लड़ाई खुद ही लड़नी होगी, कोई दूसरा हमारे अधिकार की लड़ाई लड़ने नहीं आएगा। उन्होंने लालू प्रसाद, रामविलास पासवान का उदाहरण देते हुए कहा कि इनके समाज के लोगों ने अपने अधिकार के लिए अपनी ताकत दिखाई तभी उनका समाज आगे बढ़ा। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज जरूरत है कि हम संकल्पित होकर संघर्ष करें। इस दौरान मुकेश सहनी ने बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को हाथ में गंगाजल देकर पार्टी वीआईपी को साथ देने और निषादों को आरक्षण दिलाने के लिए संकल्प करवाया। यहां से रवाना होने के बाद लोगों का हुजूम संकल्प यात्रा में साथ आगे बढ़ा। इसके बाद यह यात्रा राजरानी तालाब, बरियारपुर, नावागढ़ी मोड़, चुहाबाग, परहम, शिवकुंड होते हुए हेमजापुर पहुंचा।
इन सभी स्थानों पर उत्साहित जनता ने ‘सन ऑफ मल्लाह’ के रूप चर्चित मुकेश सहनी की आगवानी की।कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि आजादी के वर्षों बाद भी हम अपनी पहचान नहीं बना पाए हैं। आज देश का संविधान एक है, प्रधानमंत्री एक हैं लेकिन कई राज्यों में निषादों को आरक्षण है और बिहार, यूपी, झारखंड राज्य में नही है। सम्मान और अधिकार के लिए संकल्प लेना होगा। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि पूर्वजों ने कठिनाइयों का सामना किया और आज अगर हम नहीं संघर्ष करेंगे तो आने वाली पीढ़ी को संघर्ष करना पड़ेगा। उन्होंने लोगों को सिर उठाकर जीने के लिए मंत्र देते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को पढ़ाएं और अपने अधिकार के लिए संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि हम आरक्षण के लिए संघर्ष करने निकले हैं, देर हो सकती है, लेकिन आपका साथ मिला तो हम इसे लेकर रहेंगे।