मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को हुई I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक के बाद से विपक्षी दलों के नेता लगातार सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देने के बाद से जो सिलसिला शुरू हुई वह थमने का नाम नहीं ले रहा है। I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी से पूरे देश में सियासत गर्म हो गई है। केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने इसको लेकर जोरदार हमला बोला है।
उन्होंने कहा है कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की पहली और दूसरी बैठक के बाद मुंबई में हुई तीसरी बैठक में गठबंधन में शामिल दलों ने यह तय कर लिया कि सनातन और हिंदुओं को समाप्त करना है। इसका ठेका सबसे पहले स्टालिन के कुनबे को दिया गया। इसमें लालू और नीतीश कुमार कैसे पीछे रह सकते थे।गिरिराज ने कहा कि लालू और नीतीश के कुनबे ने तो यहां तक कह दिया कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक रामचरितमानस पोटैशियम साइनाइट के समान है और साइनाइट के खाते ही लोगों की मौत हो जाती है। ऐ ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इन्होंने हिंदुओं को जाति में बांटकर वोट की राजनीति की है लेकिन विपक्ष के लोग भूले नहीं देश के हिंदू जाग चुके हैं और सभी चीजों का हिसाब लेंगे। पहले स्टालिन ने सनातन को खत्म करने की बात शुरू की और अब लालू और नीतीश भी वही काम कर रहे हैं।