बिहार सरकार ने जो जातीय गणना करायी थी उसकी रिपोर्ट सोमवार 2 अक्टूबर को जारी कर दी गयी। रिपोर्ट जारी करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि 3 अक्टूबर को वे सीएम सचिवालय में नौ दलों के साथ सर्वदलीय बैठक करेंगे। इस बैठक में जातीय गणना के जारी आंकड़ों पर चर्चा होगी। निर्धारित समय के अनुसार सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए सभी नौ दलों के नेता सीएम सचिवालय पहुंच गये जिसमें बीजेपी के नेता भी शामिल है। सीएम नीतीश की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई।
जिसमें 9 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में जातीय गणना की रिपोर्ट पर चर्चा की गयी सभी दलों से राय ली गयी। जातीय गणना की रिपोर्ट के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम सचिवालय में सर्वदलीय दल की बैठक बुलाई। बैठक में शामिल होने से पूर्व कांग्रेस नेता शकील अहमद ने मीडिया से बातचीत की कहा कि इन आंकड़ों से देश और समाज उन्नति करेगा। कांग्रेस इसका स्वागत करती है। शकील अहमद ने कहा कि हम भी जातीय गणना रिपोर्ट का स्वागत करते हैं। सभी चीजों पर सबकी सहमति जरूरी है। वही इस सर्वदलीय बैठक में बीजेपी के नेता भी पहुंचे हैं। बीजेपी नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि बैठक में सीएम नीतीश क्या प्रजेन्टेशन देते है देखने वाली बात होगी। उन्होंने कहा कि टूकड़े-टूकड़े में ये रिपोर्ट क्यों जारी कर रहे है। मैं तो चाहता हूं कि एक बार आर्थिक रिपोर्ट भी जारी हो। उनका पूरा रिपोर्ट देखने के बाद ही हम कोई भी बयान देंगे। वही माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि बैठक में रिपोर्ट कार्ड जारी होगा। विकास योजनाओं का लाभ सबको मिले। जमीन संबंधी मामले को देखा जाए। बीजेपी ने जातीय गणना को रोकने की तमाम कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली।