जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा आज उपेंद्र कुशवाहा के जातीय गणना के निजी आंकड़े बताये जाने के बाद सियासी उबाल आ गया है. पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को बताना चाहिये कि नीरज कुमार के पास निजी आंकड़े कैसे आ गये. जब बिहार सरकार कोर्ट में शपथपत्र देकर कह चुकी है कि जातीय गणना से संबंधित निजी आंकड़े सार्वजनिक नहीं किये जायेंगे. तब नीरज कुमार के पास कहां से आंकड़े आये. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा उपेंद्र कुशवाहा के परिवार के आंकड़े जारी होना कई गंभीर सवाल खड़े करता है. जदयू प्रवक्ता के पास ये आंकड़े कैसे आये?
कितने लोगों के ऐसे आंकड़े कितने लोगों को लीक किये गए? ऐसे सवालों का उत्तर सरकार को देना होगा. उन्होंने कहा कि कुशवाहा या किसी भी व्यक्ति के आंकड़े जारी करना निजता के अधिकार का उल्लघन और कोर्ट की अवमानना है।सुशील मोदी ने कहा है कि जातीय गणना में फर्जीवाड़ा होने और कई जातियों की संख्या बहुत कम या बहुत ज्यादा दर्ज करने की शिकायतों को भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए. ढ़ेर सारे ऐसे लोग हैं जो कह रहे हैं उनके पास कोई जातीय गणना करने आया ही नहीं. फिर उनके आंकड़े कैसे आ गये.सुशील मोदी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में भी बीजेपी ने कई जातियों द्वारा गणना में गड़बड़ी की शिकायत को सामने रखा था. लेकिन मुख्यमंत्री जातीय सर्वे को पूरी तरह त्रुटिहीन और प्रमाणिक बता कर मुख्यमंत्री सारी गड़बड़ियों पर पर्दा डाल रहे हैं।