बिहार में 1 लाख 20 हजार 336 शिक्षकों को आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र देंगे. गांधी मैदान में कार्यक्रम होना है. इस बहाली को लेकर घमासान मचा है. एक तरफ बीजेपी के नेता, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी , चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बहाली को लेकर घोटाले का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर जेडीयू ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. गुरुवार (02 नवंबर) को जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने एक्स (X) पर बयान जारी किया.नीरज कुमार ने बिहार सरकार की तुलना दिल्ली से करते हुए हमला बोला. शिक्षक बहाली को लेकर जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में 2023 में युवाओं को रोजगार देने के मामले में बिहार का यह एतिहासिक कदम है।
जेडीयू नेता ने केंद्र सरकार को घेरते हुए आंकड़ा जारी किया और बताया कि बिहार कैसे दूसरे राज्यों के साथ महिलाओं को भी नौकरी देने में आगे है.नीरज कुमार ने कहा केंद्र ने हाल ही में नियुक्त पत्र बांटा था, जिसमें 51 हजार में मात्र 133 बिहार के निवासी हैं. इसमें महिलाओं की संख्या सिर्फ 21 है. वहीं दूसरी तरफ बिहार है जहां एक लाख 20 हजार 336 शिक्षकों की बहाली हुई जिसमें 48 प्रतिशत महिला शिक्षक हैं. यानी 57 हजार 854 महिला शिक्षकों को नौकरी दी गई है.नीरज कुमार ने अपने बयान में कहा कि बिहार शिक्षक बहाली में कुल अभ्यर्थियों में 88 प्रतिशत बिहार के हैं. 12 फीसद बाहर के राज्यों के हैं. केरल, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड असम जैसे राज्य हैं. बिहार ने इतिहास रचा है. आज एतिहासकि दिन है. वहीं आरोप लगाने वालों को नीरज कुमार ने कहा कि परीक्षाफल पर जिनकी नियुक्ति हुई है उस पर आप लोग सवाल उठा रहे हैं? उनकी मेधा पर सवाल उठा रहे हैं? कह रहे हैं कि फर्जी बहाली है?