दिल्ली के जंतर मंतर बैठे पहलवान के धरने को 11 दिन बीत चुके हैं आज 12 दिन है बीती रात जिस तरह से जंतर-मंतर पर हंगामा हुआ था उसको देखते हुए जंतर मंतर की आज तस्वीर कुछ बदली हुई है.
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. संघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी और इस्तीफे की मांग पर अड़े पहलवान अब मेडल वापसी तक आ गए हैं. धरने में शामिल महिला पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को कहा कि वो सभी लोग अपने-अपने मेडल वापस करेंगी।
धरने पर बैठे पहलवानों की ओर से यह ऐलान ऐसे समय में किया गया है जब दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के मामले में संध के अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है. प्रदर्शनकारी पहलवानों का कहना है कि उनका धरना तभी खत्म होगा जब पुलिस संघ के अध्यक्ष को गिरफ्तर कर जेल में डालेगी।
विनेश फोगाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका करियर दांव पर लगा हुआ है. वहीं, धरने में शामिल पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा है कि मामले में गिरफ्तीर हो जाएगी हम चले जाएंगे. हमरा टारगेट केवल बृजभूषण शरण सिंह हैं।
पहलवान ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि लोग हमारे धरने को खत्म करना चाहते हैं. हम इस तरह के सम्मान की उम्मीद नहीं करते हैं. देश में ऐसी स्थिति हो गई है कि महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है. अगर ऐसे ही करना है तो हम मेडल लौटा देते हैं।
गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल भी धरने पर बैठे पहलवानों से मुलाकात करने के लिए जंतर-मंतर पहुंची थीं. पहलवानों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि इनके आरोप बहुत गंभीर हैं. पुरुष पुलिसकर्मियों ने इन्हें गालियां दी हैं. सेक्सुअल हैरेसमेंट का केस चल रहा है. इनकी सुरक्षा का कोई ख्याल नहीं रखा गया।
मालिवाल ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी की हिम्मत नहीं है कि बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करें. मैं जब यहां आती हूं तो मुझे घसीटकर गाड़ी में फेंक दिया जाता है. बृजभूषण चाहे जितना भी बड़ा गुंडा क्यों न हों, उनकी गिरफ्तारी जरूरी होनी चाहिए।