बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई को लेकर पिछले महीने से हीं लोग विरोध पर उतरे हुए है।जो विरोध लगातार अभी तक जारी है।मायावती से लेकर दलित समाज के युवा नेता चंद्रशेखर ने भी इस रिहाई का विरोध किया था।नीतीश कुमार के आदेश पर हुए इस रिहाई के बाद बीजेपी ने भी नीतीश कुमार को दलित विरोधी बताया था। आज आनंद मोहन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई होनी है।
आनंद मोहन के रिहाई से एक तरफ नीतीश कुमार और लालू यादव की मंशा पर सवाल उठाए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया का परिवार भी इस रिहाई से खुश नहीं है।आपको बता दें कि आनंद मोहन के रिहाई से नाराज होकर जी कृष्णैया की पत्नी उमा देवी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. दायर की गई याचिका में फिर से आनंद मोहन को जेल भेजे जाने की मांग किया गया है।
इस याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया गया था जिस पर आज सुनवाई होनी है. याचिका से पहले उमा देवी ने सीधा कहा था कि आनंद मोहन की रिहाई इसलिए की गई है कि वोट मिल सके. नीतीश कुमार से भी अपील कर चुकी हैं कि इस फैसले को रद्द किया जाए।आज सुप्रीम कोर्ट का क्या आदेश आता है इस मामले में यह देखने वाली अहम बात होगी क्योंकि आज के फैसले पर सबकी निगाहें टिकी हुई रहेगी।