अब तक बीसीसीआई के सेक्रेटरी रहे जय शाह अब आईसीसी जाने वाले हैं। वे आईसीसी के नए चेयरमैन चुन लिए गए हैं। हालांकि उनका कार्यकाल एक दिसंबर से शुरू होगा, तब तक निवर्तमान चेयरमैन ग्रेग बार्कले ही कार्यभार संभाले रहेंगे। वैसे तो जय शाह का नया चेयरमैन बनाना पहले से ही तय था, लेकिन जिस हनक और दबदबे के साथ वे इस पद को संभालने जा रहे हैं, उससे पता चलता है कि भारत का कद क्रिकेट की दुनिया में अब कितना बढ़ चुका है। आईसीसी के नए चेयरमैन के चुनाव के लिए नॉमिनेशन फाइल करने की 27 अगस्त की तारीख आखिरी थी। लेकिन वक्त समाप्त होने तक केवल जय शाह ने ही नामांकन दाखिल किया था, इसके बाद वे निर्विरोध रूप से चुनाव से पहले ही चेयरमैन बन गए हैं। खास बात ये है कि उनके सामने किसी भी देश के और व्यक्ति ने नामांकन तक नहीं किया। इससे पहले कभी कभार ही ऐसा देखने के लिए मिलता था कि वे क्रिकेट के इस सर्वोच्च पद के केवल एक ही दावेदार ने अपना दावा पेश किया हो। बड़ी बात ये भी है कि 15 में से 14 देशों ने जय शाह का समर्थन किया है। इससे भी भारत की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। जय शाह इससे पहले बीसीसीआई के सचिव हैं। उन्होंने इस पद को साल 2019 में संभाला था, तब से लेकर अब तक उन्होंने भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण काम किया है। पहले वे अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ इस भूमिका में थे अब रोजन बिन्नी के साथ काम को आगे बढ़ा रहे हैं। दरअसल जब ये तय हुआ कि ग्रेग बार्कले फिर से आईसीसी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं, इसके बाद ही जय शाह का चेयरमैन बनना करीब करीब तय था। केवल औपचारिकता ही पूरी करनी थी। ग्रेग बार्कले लगातार दो बार इस पद को संभाल चुके हैं।
वैसे तो आईसीसी का चेयरमैन दो साल के लिए चुना जाता है, लेकिन देखना होगा कि जय शाह एक टर्म के लिए ही ये कुर्सी संभालते हैं या फिर इससे ज्यादा बार रहते हैं। बड़ी बात ये भी है कि आईसीसी के चीफ का पद संभालने वाले जय शाह पांचवें भारतीय हैं। इससे पहले आईसीसी में प्रेसीडेंट का पद होता था। साल 1997 से लेकर 2000 तक जगमोहन डालमिया इस कुर्सी पर रहे, वहीं साल 2010 से लेकर 2012 तक शरद पवार ने इस पद को संभालने का काम किया। जब चेयरमैन बनना शुरू हुए तो साल 2014 से लेकर 2015 तक भारत के एन श्रीनिवासन ने इस पद को संभाला। साल 2015 से लेकर 2020 तक शशांक मनोहर चेयरमैन रहे। यानी लंबे अर्से बाद आईसीसी में भारत का कोई शख्स इस पद की शोभा बढ़ता हुआ नजर आने वाला है। खास बात ये भी है कि जय शाह अभी केवल 35 साल के हैं। इससे पहले कभी नहीं हुआ कि आईसीसी का चीफ इतनी कम उम्र का रहा हो। इस माममे में जय शाह ने नया रिकॉर्ड भी बनाया है।