बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी के शामिल नहीं होने पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश और तेजस्वी इस्लाम समर्थक हैं और तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। जहां जालीदार टोपी दिखती है नीतीश और तेजस्वी सिर्फ वहीं जाते हैं, हनुमंत कथा में उन्हें वोट बैंक नहीं दिखता है इसलिए नहीं जा रहे हैं।केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि हनुमंत कथा के आयोजकों ने नीतीश-तेजस्वी को बुलाकर अपना फर्ज निभाया लेकिन वे नहीं आएं तो उकी मर्जी लेकिन आयोजकों से थोड़ी भूल जरूर हो गई है।
उन्हें पता होना चाहिए कि नीतीश और तेजस्वी वहीं जाते हैं जहां जालीदार टोपी और इफ्तार पार्टी होती है। दोनों चाचा-भतीजा हनुमंत कथा में इसलिए नहीं जाते हैं क्योंकि वहां उन्हें वोट नहीं दिखता है। नीतीश और तेजस्वी जब भूरी टोपी और चादर लेकर इफ्तार में जाते हैं तो राज्य की जनता देख रही होती है कि सरकार क्या काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में तुष्टिकरण और मुस्लिम परस्त सरकार है। बाबा बागेश्वर नीतीश-तेजस्वी की पर्ची खोलकर उनके असली चेहरे को सामने लाते हैं तो यह बहुत ही अच्छी बात होगी और अगर उनकी पर्ची नहीं भी खुलती है तो बिहार की जनता देख रही है।
ऐसी सरकार से लोगों को सावधान रहने की जरुरत है। गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत की पहचान इस्लामिक एस्टेट से नहीं बल्कि सनातन धर्म से है। बाबा बागेश्वर हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं तो वह कही से भी गलत नहीं है। गिरिराज सिंह ने नीतीश और तेजस्वी का नाम लिए बिना कहा कि आपको ईद और इफ्तार मुबारक, मुझे राष्ट्र और सनातन धर्म मुबारक है।