झारखंड में एक हार फिर कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी के बयानों से बवाल खड़ा हो गया है. दरअसल, इरफान अंसारी ने इस बार विधानसभा क्षेत्र महागामा को ‘मिनी पाकिस्तान’ कह दिया जिसको लेकर बवाल उठ खड़ा हुआ. इरफान अंसारी ने कहा कि, यदि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को हराना है तो गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से किसी मुस्लिम प्रत्याशी को उतारना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जैसे मतदाताओं के नजरिए से महागामा को मिनी पाकिस्तान कहा जाता है. ऐसे मधुपुर, जरमुंडी और गोड्डा में भी मुस्लिम आबादी है. इरफान अंसारी के इस बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह बयान उनकी वैचारिकी दर्शाता है।
वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि कांग्रेस और झामुमो का क्या एजेंडा है, यह इरफान अंसारी के बयान में दिखता है. हालांकि, बवाल बढ़ता देख इरफान अंसारी ने यू-टर्न लिया और कहा कि उन्होंने बीजेपी का बयान दोहराया है. बता दें कि, बीजेपी विधायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने महागामा विधानसभा क्षेत्र को मिनी पाकिस्तान बताया है. दरअसल, इरफान अंसारी के मन की यही वैचारिकी है जो गाहे-बगाहे सामने आ जाती है. बाबूलाल मरांडी ने 10 जून 2022 को हुई रांची हिंसा का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि इरफान अंसारी ही थे जिन्होंने रांची दंगों के बाद बलवाइयों को बचाया था।
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि मन में तो घोर कट्टरवाद भरा है. उन्मादी विचार भरा है. हिंदू विरोध भरा है. ऐसे में मन से सात्विक बातें नहीं निकलेंगी. बाबूलाल मरांडी ने यह भी कहा कि इरफान अंसारी को सांसद निशिकांत दुबे ही बेहतर जवाब दे पाएंगे. इधर, बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर पलटवार करते हुए इरफान अंसारी ने कहा कि यही बाबूलाल मरांडी जब झामुमो में थे तो मुझे बेस्ट सेक्यूलर नेता कहा करते थे।वहीं गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इरफान अंसारी के मिनी पाकिस्तान वाले बयान पर कहा कि उन्होंने जो कहा सही कहा. यही झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस का एजेंडा है. महागामा में दीपिका पांडेय सिंह, पोड़ैयाहाट में प्रदीप यादव और पाकुड़ में आलमगीर आलम का मुख्य उद्देश्य यही है कि वहां मुस्लिम आबादी बढ़ाओ और चुनावों में उनका वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करो।बता दें कि, हाल ही में झारखंड हाई कोर्ट ने राज्य और केंद्र सरकार से पूछा है कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर उनके पास क्या जानकारी है. यदि व्यापक पैमाने पर घुसपैठ हो रहा है तो राज्य या केंद्र सरकार ने इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि संताल परगना के साहिबगंज, पाकुड़ और गोड्डा जैसे जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से डेमोग्राफी बदल रही है.वहीं बीजेपी का आरोप है कि राज्य सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से बड़े पैमाने पर घुसपैठिये कई जिलों में बस गए हैं. वह स्थानीय आदिवासी युवतियों से शादी कर उनका धर्मांतरण कराते हैं और संपत्तियां हड़प लेते हैं. हालांकि, बीजेपी के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने तीखा जवाब दिया था।