फाइनेंस मिनिस्ट्री ने गुरुवार को कहा मई के महीने में भारत का ग्रॉस जीएसटी रेवेन्यू कलेक्शन 1,57,090 करोड़ रुपए रहा है. जीएसटी रेवेन्यू कलेक्शन में साल-दर-साल के हिसाब से 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इंडिया में अब तक का सबसे बड़ा जीएसटी कलेक्शन अप्रैल में हुआ, जब सरकार को 1.87 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई. सरकार के लिए अच्छी खबर ये है कि मई लगातार 14वां महीना है जब जीएसटी का कलेक्शन 1.4 लाख करोड़ रुपये के पार रहा.जीएसटी कलेक्शन के लिहाज से ये साल काफी अच्छा माना जा रहा है।
वहीं, सरकार के लिए खुश होने लायक कई वजह हैं. मई में 1.5 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करना काफी मायने रखता है. दरअसल, देश में जब से जीएसटी लागू हुई है, 1.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा जीएसटी कलेक्शन का ये पांचवा मौका है.मई 2023, में कुल ग्रॉस रेवेन्यू में 28,411 करोड़ रुपये CGST के तौर पर आया है. दूसरी तरफ, पिछले महीने 35,828 करोड़ रुपये का SGST कलेक्ट किया गया है. IGST की बात करें तो 81,363 करोड़ रुपये (इसमें 41,772 करोड़ रुपये गुड्स के इंपोर्ट पर कलेक्शन भी शामिल है) का रेवेन्यू रहा. इसके अलावा 11,489 करोड़ रुपये का सेस वसूला गया, जिसमें गुड्स के इंपोर्ट पर 1,057 करोड़ रुपये का कलेक्शन शामिल है।
केंद्र ने सीजीएसटी में 35,369 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से सीजीएसटी में 29,769 करोड़ रुपये का निपटारा कर दिया है. यानी कुल 65,138 करोड़ रुपये का निपटारा किया गया है. फाइनेंस मिनिस्ट्री ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि रेगुलर सेटलमेंट के बाद मई में केंद्र और राज्यों का कुल रेवन्यू सीजीएसटी के लिए 63,780 करोड़ रुपये रहा. वहीं, एसजीएसटी के लिए के लिए 65,597 करोड़ रुपये का रेवन्यू रहा है.पिछले महीने सामान के इंपोर्ट पर कमाई 12 फीसदी ज्यादा रही है. इसका अलावा सर्विस के इंपोर्ट समेत घरेलू लेन-देन से रेवन्यू में 11 फीसदी का उछाल आया है. मिनिस्ट्री ने ये आंकड़े पिछले साल मई महीने की तुलना करते हुए बताए हैं।