ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) की शाम को हुई दुर्घटना में पीएम मोदी एक्शन मोड में आ गये हैं, उन्होंने अब तक राहत-बचाव अभियान की जानकारी के लिए एक बैठक बुलाई है. इस बैठक के बाद पीएम मोदी ओडिशा में दुर्घटनास्थल पर जाएंगे और वहां पर स्थिति का जायजा लेंगे, और इसके बाद वह अस्पताल में घायलों से भी जाकर मिलेंगे।
खबर लिखे जाने तक अब तक इस घटना में 288 लोगों की मौत हो गई है, और 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. दुर्घटना स्थल पर एनडीआरएफ, भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना, राज्य आपदा राहत बल, सेना मेडिकल कोर बचाव और राहत अभियान चला रही हैं. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य के सीएम नवीन पटनायक आज सुबह शनिवार (3 जून) को घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं, साथ ही रेल मंत्री ने घटना के उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच के आदेश दे दिए हैं।NDRF के डीजी अतुल करवाल ने बताया है कि दुर्घटनास्थल पर एनडीआरएफ की 9 टीमें मौके पर तैनात हैं. घटना के सवा घंटे के अंदर हमारी पहली टीम वहां पहुंच गई थी. बचाव अभियान में 300 से ज्यादा लोग लगे हुए हैं और आज शाम तक हम वहां पर ये अभियान पूरा भी कर सकते हैं।बालासोर रेल हादसे में घायलों की मदद के लिए लोग जिला अस्पताल में रक्तदान करने पहुंच रहे हैं।
रक्तदान करने आए एक व्यक्ति ने कहा, “लोगों की स्थिति बहुत नाजुक है, कई लोग ऐसे हैं जिनके पैर-हाथ नहीं है. मैंने रक्तदान कर दिया जिससे किसी की जान बच सके और वे अपने घर जा सके.”केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने एक सवाल के जवाब में कहा, हमारी पहली प्राथमिकता घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना है. यह हादसा मानवीय गलती से हुआ है या तकनीकी कारण से हुआ है इसके लिए हाई लेवल जांच कमेटी का गठन किया गया है।