बिहार के मंत्री तेज प्रताप द्वारा भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल गिरने के मामले के लिए बीजेपी को दोषी ठहराने के मामले में बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद ने आज पलटवार किया है. उन्होंने कहा ”मैं इस बारे में क्या कह सकता हूं? भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे…”. दरअसल बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने अगुवानी-सुल्तानगंज पुल गिरने के मामले में बीजेपी का हाथ होने का आरोप लगाया था।साथ ही उन्होंने इसे लेकर नीतीश कुमार पर भी तंज कसा है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में जाने से इनकार करने और ये पूछने पर कि इसकी क्या जरूरत थी?, इस मामले में रवि शंकर प्रसाद ने पटलवार करते हुए कहा ”नीतीश बाबू, 1700 करोड़ रुपये में दो संसद भवन बन सकते थे जिन्हें आपकी सरकार ने बर्बाद कर दिया, उन्हें करदाताओं के पैसे का सम्मान करना सीखना चाहिए.”रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि एक तरफ तेजस्वी कहते हैं कि पुल गिराया गया है वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार का कहना है कि इस मामले में जो दोषी होगा उसको सज़ा देंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बयान में ये विरोधाभास क्यों है।
कुल मिलाकर रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि मामले में एक प्रमाणिक जांच होनी चाहिए.बता दें कि भागलपुर के सुल्तानगंज में गंगा नदी पर 1710 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल रविवार को गंगा नदी में गिर गया. इस मामले में बिहार सरकार ने पुल निर्माण कंपनी को ब्लैक लिस्ट में डालने की प्रक्रिया के तहत 15 दिन का नोटिस जारी किया है. इसके तहत एसपी सिंगला कंपनी की बैंक गारंटी जब्त होगी. साथ ही निर्माण में हुए खर्च को भी वसूला जाएगा। मामले में पथ निर्माण विभाग की ओर से खगड़िया डिवीजन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही पुल निर्माण के एमडी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।