ओडिशा के बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार की शाम करीब सात बजे तीन ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गईं थी. देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में 288 लोगों की मौत हो गई और 1100 से अधिक घायल हो गए. वहीं, इस दुर्घटना में बिहार के भी कई लोग शिकार हुए हैं. इस हादसे में बिहार के प्रभावित लोगों को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने बुधवार को एक ट्वीट किया है. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार इस दुर्घटना में बिहार के 43 लोगों की मौत हुई है।
47 लोग घायल हुए हैं और 18 लोग अभी भी लापता हैं।बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सात मई सुबह आठ बजे तक ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना में अब तक बिहार के 43 लोगों की मौत की सूचना है. वहीं, इसके साथ ही आपदा विभाग ने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिस पर संपर्क कर पीड़ित परिवार इस दुर्घटना से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है।गौरतलब है कि बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार की शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी।
इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी. इस दुर्घटना में कम से कम 288 लोगों की मौत हुई है. 1100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. वहीं, इस दुर्घटना को लेकर बीजेपी की केंद्र सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई. कांग्रेस रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रही है. वहीं, रेलवे बोर्ड ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की है. इस फैसले पर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रही है।