बिहार में दक्षिण पश्चिम-मानसून की शुरुआत 12 जून से हो गई है. उत्तर बिहार के उत्तर पूर्व और उत्तर मध्य के कुछ जिले में बारिश की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन शेष सभी जिलों में तापमान में बेतहाशा वृद्धि के साथ भीषण गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है.मौसम विभाग के अनुसार आज (17 जून) और रविवार (18 जून) को दक्षिण बिहार के अधिकांश जिलों में भीषण गर्मी तो वहीं उत्तर बिहार के भी कुछ जिले में भीषण गर्मी और उष्ण लहर की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार आज यानी शनिवार को राज्य के 30 जिलों में भीषण गर्मी की चेतावनी दी गई है।

बिहार केदक्षिण- पश्चिम इलाके के औरंगाबाद, रोहतास, भभुआ, बक्सर, भोजपुर और अरवल जिले में अत्यधिक भीषण गर्मी के साथ लू की चेतावनी दी गई है. वहीं पूर्वी चंपारण, पटना,नालंदा, नवादा, शेखपुरा, बांका, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया और जमुई जिले में अधिक भीषण गर्मी के साथ लू की चेतावनी दी गई है. राज्य के जहानाबाद, गया,पश्चिम चंपारण, गोपालगंज,सीवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा,भागलपुर,मुंगेर,पूर्णिया और कटिहार जिलों में भी भीषण गर्मी और लू की चेतावनी दी गई है. वह दक्षिण-पश्चिम भाग के सभी जिलों के साथ पटना, गया, नालंदा और शेखपुरा जिले में दिन के साथ-साथ रात्रि में भी उमस गर्मी की चेतावनी दी गई है।

सिर्फ राज्य के पांच जिले सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा और मधेपुरा जिले में हल्की या मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान है. शेष सभी जिलों के तापमान में वृद्धि के साथ अधिक गर्मी की संभावना जताई गई है. यही स्थिति 18 जून यानी रविवार को भी देखने को मिल सकती है.मौसम विभाग ने आज से 2 दिनों तक अत्यधिक भीषण गर्मी को देखते हुए अलर्ट जारी किया है और कई निर्देश दिए हैं. इनमें मौसम विभाग ने बताया है कि भले ही आम लोगों के लिए दो दिनों तक पड़ने वाली गर्मी सहनीय हो सकती है लेकिन कमजोर लोग,छोटे शिशु, पुरानी बीमारी वाले बुजुर्ग लोगों के लिए चिंता का विषय है. इस पर ध्यान रखने की जरूरत है. उच्च तापमान और भीषण गर्मी से कई तरह की बीमारियों के लक्षण बढ़ जाते हैं, संभवत उन लोगों के लिए जो धूप में रहते हैं उन्हें सावधानी बरतने की जरूरत है.इस गर्मी से पशुधन,बागवानी और फसल पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने किसानों को दोपहर में पशु चराने से बचने की सलाह दी है, साथ ही दोपहर में बाहर नहीं निकलने, लंबे समय तक धूप में नहीं रहने, हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी गई हैं।

अगर धूप में निकलते हैं तो सिर पर टोपी, गमछा या छतरी लेकर निकलें. पेयजल का इस्तेमाल अत्यधिक करें.अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए नींबू पानी, छाछ, लस्सी, चावल का पानी,नारियल पानी, सामर्थ के अनुसार जो भी पेय पदार्थ है उसे आवश्यक सेवन करें.बीते शुक्रवार को राज्य के तापमान में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली. राज्य के 23 जिलों में 40 डिग्री से ऊपर तापमान के साथ भीषण गर्मी, लू की स्थिति बनी रही. इनमें 14 जिलों में अधिक उष्ण लहर, भीषण गर्मी और लू की स्थिति देखी गई.इनमें राजधानी पटना के अलावा बाल्मीकि नगर, मोतिहारी, शेखपुरा ,जमुई, भोजपुर, औरंगाबाद, सबौर, खगड़िया, बांका, नवादा, नालंदा, जीरादेई और समस्तीपुर रहा, जबकि बाकी 9 जिले भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, पूर्णिया, डेहरी, वैशाली, कटिहार और छपरा जिले में भी मध्यम उष्ण लहर के साथ लू की स्थिति बनी रही.अधिकांश जिलों में 43 डिग्री के आसपास तापमान रहा. राजधानी पटना में भी गुरुवार की अपेक्षा शुक्रवार को भी मात्र 0.2% की कमी के साथ 43.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.राज्य में सबसे अधिक तापमान लगातार दूसरे दिन भी शेखपुरा में 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान किशनगंज में 32 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. शुक्रवार को मात्र 2 जिलों में 3 स्थानों पर बहुत हल्की बर्षा दर्ज की गई. इनमें कटिहार शहरी क्षेत्र में 2.5 मिलीमीटर और कटिहार के बरारी में 0.2 मिलीमीटर तथा अररियाशहरी क्षेत्र में 1.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तरी सीमा मालदा एवं फारबिसगंज से गुजर रही है. साथ ही एक ट्रफ रेखा उप हिमालययी पश्चिम बंगाल और सिक्किम से गंगिय पश्चिम बंगाल और ओडिशा होते हुए उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक औसत समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर अवस्थित है. इसके प्रभाव से दक्षिण बिहार के सभी जिलों एवं उत्तर-मध्य तथा उत्तर-पश्चिम इलाके के जिलों में अत्यधिक गर्मी के साथ-साथ हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे होने की संभावना है. 3 दिनों के बाद पूरे राज्य के तापमान में गिरावट होने का पूर्वानुमान है।

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