बिहार में दक्षिण पश्चिम मॉनसून की दस्तक के बाद भी भीषण गर्मी और लू की स्थिति बनी हुई है. उत्तर-पूर्व बिहार के कुछ जिलों को छोड़कर बिहार के सभी जिलों में पिछले कई दिनों से बेतहाशा गर्मी जारी है. पिछले तीन दिनों से दक्षिण बिहार के सभी जिलों और उत्तर बिहार के कई जिले में अति तीव्र भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. खासकर दक्षिण बिहार के अधिसंख्य जिलों के लोग लू से प्रभावित हैं. मौसम विभाग के अनुसार आज सोमवार (19 जून) को गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन दक्षिण-पश्चिम इलाके के बक्सर, कैमूर और रोहतास में अत्यधिक भीषण गर्मी का अलर्ट जारी किया गया है.वहीं औरंगाबाद, भोजपुर, अरवल एवं दक्षिण-मध्य भाग के गया, जहानाबाद, शेखपुरा और नवादा में आज भी गर्मी से राहत नहीं मिलने की उम्मीद है. इनमें कई जिलों में हीटवेव की चेतावनी दी गई है।
पटना समेत बेगूसराय, खगड़िया, नालंदा समेत उत्तर बिहार के सभी 19 जिलों में तापमान में हल्की गिरावट और इन जिलों के कुछ-कुछ स्थानों पर हल्की या मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान है. किशनगंज जिले के अधिसंख्य स्थानों पर भारी वर्षा का पूर्वानुमान है.वहीं मंगलवार (20 जून) से लगातार राज्य के सभी जिलों में वर्षा का पूर्वानुमान है. इसके साथ अगले दो-तीन दिनों के बाद प्रदेश के सभी जिलों के तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है.रविवार को 16 जिलों में 40 डिग्री से ऊपर तापमान रहा और भीषण गर्मी के साथ लू की स्थिति देखी गई. इनमें 11 जिलों में भीषण उष्ण लहर, भीषण गर्मी की स्थिति बनी रही. राजधानी पटना में मध्यम उष्ण लहर, उमस भरी गर्मी और लू की स्थिति रही लेकिन शनिवार की अपेक्षा रविवार को तापमान में 2.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. पटना का तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शनिवार को पटना का तापमान 44.7 डिग्री था.रविवार को जिन 11 जिलों में अत्यधिक गर्मी और अत्यधिक उष्ण लहर स्थिति बनी रही उनमें गया, डेहरी, मोतिहारी, शेखपुरा, जमुई, भोजपुर, औरंगाबाद, बांका, नवादा, नालंदा और सीवान है. रविवार को जहां मध्यम उष्ण लहर और लू की स्थिति बनी रही उनमें पटना, भागलपुर, वाल्मीकि नगर, वैशाली और खगड़िया शामिल है।
रविवार को दो जिलों में 45 डिग्री से ऊपर तापमान रहा. भोजपुर में 45.3 डिग्री सेल्सियस तो औरंगाबाद में 45 डिग्री तापमान रहा. इसके अलावा गया, शेखपुरा, डेहरी और नवादा में 44 डिग्री से ऊपर तापमान रहा.मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर उत्तर बिहार के आसपास स्थित है. अगले दो से तीन दिनों में मॉनसून की उत्तरी सीमा मालदा एवं फारबिसगंज से आगे बढ़ने की संभावना है, जिसके प्रभाव से अगले दो से चार दिनों में पूरे बिहार के तापमान में गिरावट के साथ राज्य के सभी जिलों में झमाझम वर्षा होने का पूर्वानुमान है।