पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन को लेकर जो कयास लगाए जा रहे थे, वह सच साबित हुए हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी। आज एक जनसभा के दौरान पार्टी ने 42 की 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने चार मौजूदा सांसदों का टिकट काटा है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान को मौका दिया गया है।वहीं टीएमसी के टिकट बंटवारे के बाद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। अधीर रंजन ने कहा कि ममता बनर्जी खुद इंडिया गठबंधन की प्रवक्ता के रूप से जानी जाती थीं। उन्होंने आज साबित कर दिया कि हिदुस्तान की कोई राजनीतिक पार्टी ममता जैसी नैत्री पर भरोसा न करें तो बेहतर होगा। ममता बनर्जी की जुबान का कोई मतलब नहीं, कोई अहमियत नहीं है। ममता की सोच में कायरता और चालाकी है। उन पर भरोसा न करना ही ठीक है।अधीर रंजन ने कहा कि ममता को डर है कि अगर इंडिया गठबंधन में शामिल होंगे तो मोदी से लड़ना पड़ेगा। अगर ऐसा होगा तो ED/CBI को मोदी जी उनके द्वार भेज देंगे। अगर ऐसा हो गया तो टीएमसी पार्टी पर खतरा बढ़ सकता है। उन्हें लगता है कि पीएम को गुस्सा ना आये, इसलिए गठबंधन से खुद को अलग कर लो। गठबंधन से अलग होकर संदेश भेज दिया गया है कि मैं गठबंधन में नहीं हूं, मुझसे नाराज मत हो और मैं बीजेपी के खिलाफ नहीं लड़ रही हूं।वहीं युसूफ पठान को उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतारने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि यह उनकी आजादी है। उन्होंने कहा कि टीएमसी वाले कह रहे हिं कि इस तरह से वो युसूफ पठान का सम्मान कर रहे हैं। अगर वह युसूफ का सम्मान करना ही चाहते थे तो उन्हें कुछ दिनों पहले हुए राज्यसभा चुनाव में टिकट देते। बंगाल में बाहर के लोगों को राज्यसभा का एमपी बनाया गया है, तो युसूफ पठान को भी बनाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि यूसुफ पठान के बारे में अगर ममता कुछ अच्छा सोचतीं तो कम से कम गुजरात में गठबंधन से एक सीट की मांग कर लेतीं।