बिहार में आजकल इफ्तार पार्टी के नाम पर खूब राजनीति हो रही है।बीते दिन इस साल इफ्तार पार्टी की शुरुआत सबसे पहले सीएम नीतीश कुमार के तरफ से किया गया जिसमे बिहार के सभी पार्टी के नेता शामिल हुए थे।उसके बाद इफ्तार पार्टी के बहाने मुस्लिमो को खुश रखने के लिए राजद पार्टी और जीतनाराम मांझी के तरफ से भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया।तो अब इन सब से पीछे बिहार में कांग्रेस पार्टी कैसे रह सकती है।
बिहार कांग्रेस इकाई के तरफ से आज पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है। कयास लगाया जा रहा हुआ को आज के इफ्तार पार्टी में बिहार के सभी बड़े नेता शामिल हो सकते है।इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अखिलेश प्रसाद सिंह के तरफ से महागठबंधन के शीर्ष नेताओं सहित बड़े नेताओं को आमंत्रण भेजा जा चुका है। आज के इफ्तार पार्टी में मुख्य रूप से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते है।वहीं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि देश में सांप्रदायिकत ताकतें सौहार्दपूर्ण वातावरण में जहर घोलने का काम कर रही हैं।
ऐसे मौके में कांग्रेस पार्टी दावत-ए-इफ्तार के माध्यम से समाज में आपसी भाईचारे के माहौल को मजबूत करने में जुटी है। बुधवार को आयोजित दावत में बड़ी संख्या में राजनेता शामिल होंगे। हालांकि बीजेपी ने इफ्तार पार्टी से किनारा करते हुए न किसी तरह का आयोजन कर रही है और न हीं किसी भी पार्टी के तरफ से आयोजित इफ्तार पार्टी में अपने किसी नेता को भेजने का प्रयास कर रही है।