एनडीपीएस एक्ट से जुड़े एक मामले में गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता और विधायक सुखपाल सिंह खेहरा ने पहली प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस विधायक ने कहा कि सीएम भगवंत मान और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इंडिया अलायंस में घुसने के लिये दबाव डालते है. उन्होंने कहा कि पंजाब में विपक्ष को खत्म किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम मान और मुख्यमंत्री केजरीवाल, बदले की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम मान ने मेरे ऊपर झूठा केस लगवा दिया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि वह हमेशा मुझसे नफरत करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस जेल में मुझे भेजेंगे वहां गैंगस्टर बैठे हुए हैं जो जेल में बैठकर इंटरव्यू देते हैं.खेहरा ने कहा- भगवंत मान खून के प्यासे हो गए हैं. अगर वह मुझे शारीरिक रूप से भी खत्म कर दें तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा. मुझे कुछ बहुत ही खतरनाक लग रहा है…भगवंत मान पंजाब में कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. AAP ने पंजाब में कांग्रेस को हाशिए पर धकेलने के लिए ऐसा किया है…अंत में सच्चाई की जीत होगी.’ दरअसल, कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खेहरा को गुरुवार (28 सितंबर) पंजाब पुलिस ने 8 साल पुराने एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार किया है।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियों ने साल 2005 में फजिल्का में एक गिरोह के पास से लगभग दो किलो हेरोई, सोने के बिस्कुट, अवैध हथियार समेत दो पाकिस्तानी सिम कार्ड बरामद किया था. कांग्रेस विधायक पर इसी मामले में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले साल 2021 में भी मनी लांड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था, हालांकि बाद में उन्हें कोर्ट से विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए राहत मिल गई थी.उनकी गिरफ्तारी के आप के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता ने उन पर नशे का कारोबार करने का आरोप लगाया है. पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई पर हमला बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजा सिंह वडिंग ने सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट संदेश में कहा कि, ‘सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी से सियासी बदले की बू आती है. यह सरकार की विपक्ष को डराने की साजिश है. प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि नशे के कारोबार में जो भी शामिल होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होती रहेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अकाली बीजेपी सरकार के वक्त भी उन पर कार्रवाई हुई थी और कांग्रेस के समय भी उनकी गिरफ्तारी हुई थी।