हरदोई में लोक जागरण अभियान यात्रा के तहत कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक बार फिर से इंडिया गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताए कि वह समाजवादी पार्टी से गठबंधन करेगी या नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को कांग्रेस धोखे में ना रखें क्योंकि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में बीजेपी से लड़ने वाली पहली पार्टी है और कांग्रेस को जब जरूरत होगी तो समाजवादी पार्टी ही काम आएगी.अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस के नेता साफतौर पर बता दें कि गठबंधन करना है या नहीं करना है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘अगर गठबंधन नहीं करना था, मुझे बता देते।
‘ उन्होंने कहा कि जिस तरह से मीडिया के कुछ पत्रकारों का खुले तौर पर बायकॉट किया गया. उसी तरह से उन्हें भी साफतौर पर बता दिया जाता कि इंडिया गठबंधन भी प्रदेश स्तर पर साथ नहीं रहेगा, मात्र लोकसभा के चुनाव के वक्त इंडिया गठबंधन एक साथ चुनाव लड़ेगा.इस दौरान उन्होंने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि ‘हमें बुलाया ही क्यों था जब गठबंधन नहीं करना था. हमें बता देते कि प्रदेश स्तर पर नहीं लोकसभा चुनाव के समय गठबंधन होगा. मुझे कांग्रेस के लोग बोल दें कि सपा के साथ उन्हें गठबंधन नहीं करना है, हमसे साजिश और षड्यंत्र न करें.’ उनका कहना है कि कांग्रेस साफतौर पर बता दे कि उन्हें समाजवादी पार्टी की जरुरत नहीं है तो वह एक बार भी गठबंधन का नाम नहीं लेंगे, लेकिन इस तरह से सपा को धोखे में नहीं रखें.सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि ‘जब कांग्रेस सबसे ज्यादा कमजोर होगी तब सपा की जरूरत पड़ेगी. उन्हें किसी बिंदु पर लगे कि समाजवादियों की जरूरत होगी तो ऐसे समय में हम अपनी पुरानी परंपरा में रहेंगे और कांग्रेस की मदद को आगे आएंगे, क्योंकी हमारे डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और नेताजी मुलायम सिंह यादव कह चुके हैं कि कांग्रेस जब सबसे ज्यादा कमजोर होगी तब उन्हें सपा की जरूरत होगी, ऐसे में हमें कांग्रेस का साथ देना होगा।