मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित कर दिए जाएंगे. विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने गठबंधन से अलग ताल ठोका था. कांग्रेस की उपेक्षा से नाराज सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. अब समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. पार्टी का दफ्तर बनाने के लिए खजुराहो में दो प्लॉट की खरीदारी की गई है. प्लॉट खरीदने की वजह बिल्कुल साफ है. खजुराहो से मध्य प्रदेश की सियासत में समाजवादी पार्टी दमखम लगाएगी. कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सपा ने फैसला काफी सोच विचार के बाद लिया है.सपा की रणनीति लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों को उतारने की है. सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश की 6-7 लोकसभा सीटों पर सपा उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतार सकती है. 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा की नजर बुंदेलखंड की सीटों पर है।
समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन का प्रमुख घटक दल है. उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की पार्टी गठबंधन के साथ है. इंडिया गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी का जनाधार है.सपा दफ्तर खोलकर बुंदेलखंड से मध्य प्रदेश में जनाधार बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है. सियासी पंडितों का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले बुंदेलखंड में कार्यालय खोलकर अखिलेश यादव की पार्टी कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है. मध्य प्रदेश में सपा का इंडिया गठबंधन से अलग चुनाव लड़ना कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकता है. सपा कांग्रेस के वोट बैंकर में सेंधमारी करेगी. कांग्रेस का वोट बंटने से बीजेपी को चुनाव में फायदा मिल सकता है. अब इंडिया गठबंधन पर अखिलेश यादव को मनाने की बड़ी चुनौती आ गई है।