देश के नवनिर्मित संसद भवन का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन हो गया. इस मौके को भव्य बनाने के लिए पूरी तैयारियां की गई हैं. संसद के उद्घाटन समारोह को लेकर राजनीति भी जारी है. कांग्रेस, टीएमसी, आप, एनसीपी, डीएमके समेत 21 दलों ने कार्यक्रम का विरोध किया है, तो एनडीए और गैर-एनडीए को मिलाकर 25 दलों ने कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला किया. उद्घाटन के बाद अब दोनों पक्षों के नेताओं ने इसे लेकर बयान दिया है. आइए जानते हैं किसने क्या कहा हैप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन के बाद ट्वीट कर लिखा, आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है।
संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही, राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी.लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, संसद के नए भवन का माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के करकमलों से लोकार्पण हमारे लोकतांत्रिक इतिहास का महत्वपूर्ण क्षण है. लोकतंत्र का यह नया मंदिर एकता, अखंडता, समता, न्याय व बंधुत्व की भावना को सशक्त करते हुए हम सभी के लिए देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रेरणा बनेगा.उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा, ऐतिहासिक क्षण! ‘नए भारत’ की आशाओं, अपेक्षाओं और अभिलाषाओं की पूर्ति का प्रतीक, वैभवशाली, गौरवशाली व प्रेरणादायी नए संसद भवन को आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्र को समर्पित किया है. सभी देश वासियों को हार्दिक बधाई!
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, रिकॉर्ड समय में निर्मित ये प्रतिष्ठित संरचना, 60,000 से अधिक श्रमयोगियों के समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रमाण है. नए संसद भवन के हमारे सपने को साकार करने वाले सभी श्रमयोगियों का हृदय से आभार.केंद्र सरकार में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, भारत, सभी लोकतंत्रों की जननी, नए संसद भवन के शानदार उद्घाटन के माध्यम से अपने समय-सम्मानित मूल्यों और शानदार विरासत का उदाहरण देता है.आप आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री, एक शहंशाह ने ताजमहल में मुमताज़ को दफ़नाया था और पूरी दुनिया देखने आती है. आज एक शहंशाह ने संविधान दफना दिया है,और लोग तो देखने आयेंगे ही।
जेडीयू ने नए संसद भवन के उद्घाटन को देश के लिए कलंकित करने वाला बताया है. जेडीयू के एमएलसी नीरज कुमार ने कहा, “नए संसद का उद्घाटन तानाशाही और देश में मोदी इतिहास लागू किया जा रहा है. नए संसद के जरिए देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है.एनसीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, बिना विपक्ष की उपस्थिति के नए संसद भवन का उद्घाटन संपन्न नहीं हो सकता, इसका मतलब है कि देश में लोकतंत्र नहीं है. ये एक अधूरा कार्यक्रम है. 3 दिन पहले हमें व्हाट्सएप पर निमंत्रण भेजा गया. वे फोन पर विपक्ष के नेताओं से संपर्क कर सकते थे. सुले ने आगे कहा, पुराने संसद भवन से हमारी यादें जुड़ी हुई हैं. हम सभी पुराने संसद भवन से प्यार करते हैं, वह भारत की आजादी का वास्तविक इतिहास है, लेकिन अब हमें नए संसद भवन में जाना होगाराष्ट्रीय जनता दल ने नए संसद भवन को लेकर विवादित ट्वीट किया है, जिसमें इसकी तुलना ताबूत से की गई है।
आरजेडी ने एक तस्वीर ट्वीट की है जिसमें एक तरफ नया संसद भवन है, जबकि दूसरी तरफ एक ताबूत की तस्वीर हैं. इसके ऊपर आरजेडी ने कैप्शन दिया- ये क्या है? बता दें, कांग्रेस, आरजेडी समेत 21 दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किया है.बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी पर वार करते हुए कहा, नए संसद भवन की तुलना ताबूत से करने वाले लोगों पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए. उन्होंने विपक्ष के विरोध पर भी निशाना साधा और कहा, विपक्ष ने हमेशा अपमान किया है, इन्हें समारोह में आना चाहिए था।