राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में ईडी की रेड और नोटिस की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जैसे ही गारंटियों की घोषणा की, ईडी सक्रिय हो गई. वैभव गहलोत को नोटिस दे दिया गया. उन्होंने तंज कसा कि उनके कोई लीडर तो नहीं आए हां, ईडी उनका लीडर बनकर राजस्थान आई. उन्होंने कहा कि वो गलतफहमी में हैं. इस तरह की कार्रवाई से कोई घबराने वाला नहीं है.राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही हम कुछ और गारंटी की घोषणा करने वाले हैं. कल हम पांच नई गारंटी फिर देने जा रहे हैं, उसके बाद भाजपा पांच नेता चुन लें जिन पर कार्रवाई करनी हो. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार का काम है कि वह अपने सिद्धांतों से, कार्यक्रमों से, नीतियों से लोगों का दिल जीते ना कि ऐसी छापेमारी की कार्रवाई से भय का माहौल बनाएं.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए ईडी की इस कार्रवाई को गुंडागर्दी बताया है. उन्होंने कहा कि ईडी पाकिस्तान के टिड्डी दल की तरह है. गोविंद सिंह डोटासरा के यहां छापा मायने रखता है. गहलोत ने कहा कि वह किसान का बेटा है।

मैं ईडी की इस कार्रवाई की निंदा करता हूं.अशोक गहलोत ने कहा कि पूरे देश में ईडी ने आतंक मचा रखा है. इस दौरान उन्होंने सवाल खड़ा किया कि ईडी आखिर मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में क्यों नहीं कार्रवाई कर रही है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये भी कहा कि ऐसी कार्रवाइयों से ना हम डरे हैं, ना हम डरेंगे और इसका मुकाबला करेंगे. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय 112 मामलों में जांच की गई और उनमें 104 चार्जशीट पेश की गई. लेकिन 2014 के बाद 3010 जगह छापे मारे गए इनमें सिर्फ 881 केसों में ही चार्जशीट पेश की गई है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल उठाया कि क्या भाजपा के नेता पाक साफ हैं? कांग्रेस से कोई जब बीजेपी में जाता है तो उसके सारे पाप धुल जाते हैं. जो हालात बीजेपी ने बनाए हैं इससे कोई घबराने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि बिना ऊपर वाले के दवाब के ईडी की टीम कभी रेड नहीं कर सकती.ईडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को समन जारी किया है. ईडी ने वैभव गहलोत को 27 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके अलावा ईडी ने पीसीसी प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के जयपुर वाले आवास पर भी छापा मारा है. वैभव गहलोत ने कहा कि मैं नोटिस के मुताबिक जरूर हाजिरी लगाउंगा.पूरे मामले में वैभव गहलोत का ये भी कहना है कि ईडी ने उन्हें जिस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है, वह 12 साल पुराना केस है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार डोटासरा जी के घर छापेमारी और मुझे समन भेजकर मेरे पिता अशोक गहलोत को निशाना बना रही है.ईडी ने वैभव गहलोत को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम में पूछताछ के लिए बुलाया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि 27 अक्टूबर को जब वैभव गहलोत का ईडी के अधिकारियों से सामना होगा तो जिन सवालों से गुजरना पड़ सकता है, वो इस प्रकार हैं. ईडी उनसे फर्मों के प्रोपराइटर, पार्टनर, निदेशक, एमडी और ट्रस्टी के बारे में पूछ सकती है. ईडी उनसे उनकी और परिवार की साल 2007 से अब तक की चल, अचल संपत्ति का ब्योरा मांग सकती है.इसके अलावा ईडी वैभव गहलोत से भारत के बाहर व्यवसाय की जानकारी ले सकती है और 2007 के बाद के ट्रांजेक्शन के बारे में भी पूछताछ कर सकती है. साथ ही ट्रायटन होटल एंड रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड, वर्धा एंटरप्राइज, नोबेल इंडिया कंस्ट्रक्शन, मयंक शर्मा EPL कंपनी, हितेश, अशोक और नरेंद्र से संबंधित मामलों पर भी सवालों का सामना करना पड़ सकता है।

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