लोकसभा चुनाव को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने बांग्लादेशी मूल के अल्पसंख्यक समुदाय पर हमला बोला. सरमा ने कहा कि इस समुदाय के लोगों को मोदी सरकार से घर, शौचालय, सड़क, सरकारी नौकरी, राशन और प्रति माह 1250 रुपये मिला लेकिन इस समुदाय ने कांग्रेस को वोट दिया क्योंकि इन्हें तुष्टिकरण चाहिए।सीएम सरमा ने कहा कि उनका उद्देश्य विकास नहीं बल्कि मोदी को हटाना और अपने समुदाय का दबदबा कायम रखना था. शनिवार को गुवाहाटी में एक कार्यक्रम के दौरान सरमा ने कहा कि यह असम का एकमात्र समुदाय है जो सांप्रदायिकता में लिप्त है. इससे साबित होता है कि हिंदू सांप्रदायिकता में लिप्त नहीं हैं. अगर असम में कोई सांप्रदायिकता में लिप्त है तो वह केवल एक ही समुदाय है।