केंद्रीय चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग के द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार,तेलंगाना, राजस्थान मध्य प्रदेश और मिजोरम में एक ही चरण में चुनाव होंगे। वहीं नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। मिजोरम में जहां 7 नवंबर को चुनाव होगा तो वहीं तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होगा। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग होगी और राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं छत्तीसगढ़ में वोटिंग 7 और 17 नवंबर को होगी। इन पांचो राज्यों में मतदान तो अलग-अलग तारीखों को होगा, लेकिन चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को एक साथ ही आएंगे।
वहीं इस कार्यक्रम के ऐलान के बाद चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों को लेकर भी बड़ा बयान दिया। पत्रकार वार्ता में एक सवाल के जवाब में मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया, “केंद्र शासित राज्य में राज्य में सुरक्षा स्थिति और एक साथ होने वाले अन्य चुनावों को देखते हुए यह निर्णय सही समय पर लिया जाएगा।” बता दें कि राज्य में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसके बाद भाजपा और पीडीपी की गठबंधन सरकार वर्ष 2015 में सत्तासीन हुई थी। भाजपा की ओर से समर्थन वापस लेने के बाद 19 जून 2018 को महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था और उसके बाद जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू हुआ। बाद में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया।इसके बाद पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा दिया। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पुनर्गठित किया गया। जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के मुताबिक 31 अक्टूबर 2019 को अस्तित्व में आए केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में विधानसभा का प्रावधान है। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल शासन की बागडोर संभाले हुए हैं। इस समय उपराज्यपाल के रूप वहां मनोज सिन्हा कमान संभाले हुए हैं।