बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान हटा लिया है। इस निर्णय के बाद परीक्षार्थी एक चौथाई निगेटिव मार्किंग के भय से मुक्त होकर परीक्षा दे सकेंगे। आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने यह भी स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा पर कोई रोक नहीं लगायी है। पहली से पांचवीं कक्षा की परीक्षा में डीएलएड और बीएड दोनों के अभ्यर्थी शामिल होंगे। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे अभ्यर्थियों का परिणाम पहले चरण में घोषित नहीं किया जाएगा।
प्रसाद ने कहा कि 24 से 26 अगस्त तक होने वाली परीक्षा में आठ लाख पन्द्रह हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। परीक्षा के लिए पटना में 40 समेत राज्यभर में 850 केन्द्र बनाए गए हैं। अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का रिजल्ट दो चरणों में जारी किया जाएगा। पहले चरण में पहली से पांचवीं कक्षा के लिए आवेदन करने वाले डीएलएड अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी किया जाएगा। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के अभ्यर्थियों का परिणाम 25 सितंबर तक जारी कर दिया जाएगा। प्रसाद ने बताया कि कुल एक लाख 70 हजार चार सौ इकसठ शिक्षकों की बहाली होगी।