देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होना है. इससे पहले मोदी सरकार अपनी कई बड़ी घोषणाओं और योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की कोशिश में जुट गई है. खासकर उन सभी कार्यों को क्रियान्वित करने पर बल दिया जा रहा है जिनकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से की थी. पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में जिन घोषणाओं को किया था उनको लेकर शनिवार (7 अक्टूबर) को समीक्षा बैठक हुई. इसमें खासकर गरीबों और मध्यम वर्ग के आवासों के लिए किफायती ऋण सुनिश्चित करने और घरों के लिए सौर ऊर्जा सुनिश्चित करने के क्रियान्वयन को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गई. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बैठक को लेकर जारी किए गए आधिकारिक बयान में बताया गया कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर दिए अपने भाषण में की गई घोषणाओं की समीक्षा करने के लिए शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की.”बयान में आगे बताया गया है कि “स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब और मध्यम वर्ग के आवासों के लिए किफायती ऋण सुनिश्चित करने के बारे में जिक्र किया था. पीएम ने इस योजना को क्रियान्वित करने की तैयारियों की समीक्षा की.” जानकारी के मुताबिक, बैठक में पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश के नाम संबोधन में कहा था, ”मैं 2014 में परिवर्तन का वादा लेकर आया था।
140 करोड़ लोगों ने मुझ पर भरोसा किया. ‘रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म’ का वादा विश्वास में बदल गया. मैंने इस वादे को विश्वास में बदल दिया है, कठोर परिश्रम किया है, देश के लिए किया है, शान से किया है, सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र सर्वोपरि के भाव से किया है.” पीएम मोदी ने कहा था, ”साल 2019 में परफॉर्मेंस के आधार पर आप सभी ने मुझे फिर से अवसर दिया. आने वाले 5 साल अभूतपूर्व विकास के हैं. 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम पल आने वाले 5 साल हैं. अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, उसमें हुई प्रगति और सफलता के गौरवगान को इससे भी अधिक आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करूंगा।