मध्य प्रदेश में गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. यहां के खजुराहो सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करने और पुरानी नामावली के चलते पन्ना जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेश कुमार ने मीरा यादव का नामांकन निरस्त कर दिया. अब खजुराहो में सिर्फ बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा ही अकेले रह गए. सीट समझौते के तहत कांग्रेस ने खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी को दी थी. लोकसभा चुनाव में मतदान से पहले ही समाजवादी पार्टीह और कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है. समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. मध्य प्रदेश के राजनीतिक इतिहास की य बड़ी घटना है. मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के समझौते के तहत खजुराहो लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने चार दिन पहले डॉक्टर मनोज यादव को मैदान में उतारा था. डॉ मनोज यादव को टिकट दिए जाने के बाद विरोध शुरू हो गया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने उनका टिकट बदल दिया. इसके बाद यहां से मीरा दीपक यादव को मैदान में उतरा गया.डॉ मनोज यादव को समाजवादी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. मीरा यादव पूर्व विधायक रह चुकी हैं, जबकि उनके पति तीन बार विधायक रहे हैं. जब नामांकन की जांच पड़ताल हुई तो हस्ताक्षर नहीं होने की वजह से मीरा दीपक यादव का पर्चा निरस्त कर दिया गया है. खजुराहो लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा दूसरी बार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के लिए यह राहत वाली बड़ी खबर है. अब इस लोकसभा सीट पर यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी दल किस प्रत्याशी की मदद करता है. वर्तमान में कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी इस लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने बताया कि इंडिया गठबंधन नहीं बल्कि ठगबंधन है जिसकी परतें खोली जा रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने से पहले ही गठबंधन हार चुका है।