बिहार में सियासी उठापटक की चर्चा के बीच बीजेपी ने बड़ा एलान कर दिया है. बीजेपी ने कहा है कि उसके दरवाजे नीतीश कुमार के लिए तो हमेशा के लिए बंद हो ही चुके हैं, जेडीयू के किसी सांसद को भी पार्टी में शामिल नहीं किया जायेगा. बीजेपी ने दावा किया है कि जेडीयू के आधा दर्जन से ज्यादा सांसद संपर्क कर चुके हैं लेकिन वे सब बोझ बन चुके हैं. उन्हें पार्टी में शामिल कराने की कोई गुंजाइश नहीं है.लिख कर रख लीजिये-नीतीश से अब समझौता नहींपूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने आज ये एलान किया।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि दो महीने पहले खुद अमित शाह ने एलान किया था कि नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं. ऐसे में अगर कोई ये चर्चा कर रहा है कि नीतीश फिर से भाजपा के साथ आ सकते हैं तो वह सिर्फ झूठा अफवाह है. नीतीश कुमार राजनीति के लिए बोझ बन चुके हैं. उनके पास न वोट बचा है और ना ही कोई साख. सुशील मोदी ने कहा-लिख कर रख लीजिये, ऐसे व्यक्ति के साथ किसी तरह का समझौता नहीं होने वाला है. जेडीयू के सांसदों के लिए भी दरवाजा बंदसुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू में भगदड़ की स्थिति है. तभी नीतीश कुमार अपने विधायकों और सांसदों से वन टू वन मिल रहे हैं।
ये वही नीतीश कुमार हैं जो अपने विधायकों और सांसदों को मांगने पर एक साल तक मिलने का टाइम नहीं देते थे. लेकिन अब खुद बुलाकर मिल रहे हैं. उन्हें पता चल गया है कि पार्टी में भगदड़ की स्थिति है. लेकिन नीतीश जी घबराइये नहीं, हम आपकी पार्टी को तोड़ेंगे नहीं. ना आपके विधायकों को तोड़ेंगे और ना ही सांसदों को।सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू के जो 16 सांसद हैं, वे 2019 में नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव जीत कर गये थे. अब वे नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे तो क्या हाल होगा इसका अंदाजा उन्हें है. जेडीयू सांसदों को ये भी पता है कि जिस गठबंधन में नीतीश कुमार गये हैं वहां सीट बंटवारे में पार्टी को 10 सीट मिलना भी मुश्किल है. ऐसे में जेडीयू के सारे सांसद बेचैन हैं. जेडीयू के आधे दर्जन सांसद बीजेपी से संपर्क साध चुके हैं. लेकिन बीजेपी ने साफ कर दिया है कि जेडीयू के किसी सांसद को पार्टी में शामिल नहीं किया जायेगा.सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी वैसे सांसदों को पार्टी में क्यों शामिल करायेगी जो बोझ बन चुके हैं. बीजेपी के पास बिहार की हर सीट पर दमदार उम्मीदवार है. वैसे भी 2019 में बीजेपी ने अपने 5 सीटिंग सांसदों का टिकट काटकर नीतीश कुमार को सीट दे दी थी. बिहार के सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा के पास मजबूत उम्मीदवार है. ऐसे में जेडीयू सांसदों को पार्टी में शामिल कराने का कोई सवाल नहीं है. सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू विधायकों के बीच भी विद्रोह की स्थिति है. जेडीयू के विधायक तेजस्वी यादव को अपना नेता स्वीकारने को तैयार नहीं है. नीतीश कुमार खुद कह चुके हैं कि तेजस्वी यादव उनके उत्तराधिकारी होंगे. वैसे भी 2024 के बाद नीतीश कुमार का कोई अस्तित्व नहीं रह जायेगा. तभी जेडीयू के सारे विधायक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी जेडीयू के विधायकों को नहीं तोड़ेगी. सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू में भगदड़ की स्थिति इसलिए भी है कि सबको मालूम है कि जदयू का विलय राजद में होना है. नीतीश कुमार अपनी कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह खुद कह चुके हैं कि जेडीयू का राजद में विलय होगा. इन तमाम बातों से जेडीयू में भगदड़ की स्थिति है. जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह कह रहे हैं कि विलय नहीं होगा. लेकिन उनकी बातों पर किसी को भरोसा नहीं है. ये वही ललन सिंह है जिन्होंने तेजस्वी यादव के रेलवे घोटाले में शामिल होने के सारे दस्तावेज सीबीआई को दिये थे. तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर सीबीआई जांच की मांग की थी. सुशील मोदी ने कहा कि अब ललन सिंह कह रहे हैं कि तेजस्वी के साथ गलत हो रहा है. जाहिर है उनकी कोई साख नहीं बच गयी है और ना ही उनकी बातों पर किसी को भरोसा रह गया है. ये तय है कि जेडीयू का विलय राजद में होगा. तभी जेडीयू के विधायकों में भी भारी बेचैनी है. लेकिन बीजेपी जेडीयू के किसी विधायक को तोड़ने नहीं जा रही है. हम खुद सक्षम हैं. बीजेपी अपने बूते चुनाव जीतने के लिए सक्षम है. जेडीयू के पास ना संगठन है ना कोई चेहरा औऱ ना ही वोट बैंक. नीतीश कुमार के पास जो वोट था उसमें 80 परसेंट वोट तो हमारे साथ आ गया है. धानुक, कुशवाहा, अति पिछड़ा वोट आज बीजेपी के पास है।