भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज बंगाल पंचायत चुनाव 2023 के मतदान में हुई हिंसा को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने चुनावी हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की. रविशंकर प्रसाद ने कहा, “ममता जी आप प्रेस वालों की आंखों से आंखें मिलाकर बात क्यों नहीं कर पा रही हैं. आप अपनी जीत की खुशी जाहिर क्यों नहीं कर पा रही हैं. क्योंकि आपको खुद शर्म आ रही है कि 45 लोगों की हत्या और इतनी मतपेटियों की लूट के बाद आपने यह जीत हासिल की है”रविशंकर प्रसाद ने बीजेपी के सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन कर उन्हें शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, “मैं बीजेपी कार्यकर्ताओं के जज्बे और त्याग का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने असल में लड़ाई लड़ी और 10 हजार सीट हम लोग जीते.” उन्होंने बताया कि बीजेपी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है. इस दौरान वह पीड़ितों से मुलाकात करेंगे. स्थितियों का जायजा लेंगे और घायलों से बातचीत करेंगे. मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवारों से मिलेंगे. इस दौरे के बाद राज्य में हिंसा की रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी जाएगी. रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि इससे पहले सतपाल महाराज आए थे उन्हें एयरपोर्ट के बाहर ही रोक दिया गया था. एक बार उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी आए थे उन्हें भी बंगाल का दौरा नहीं करने दिया गया था।
उन्होंने ममता बनर्जी से अपील करते हुए कहा कि दौरे पर आए चारों सासंदों को क्षेत्रों का दौरा करने दिया जाए. वहीं, ममता बनर्जी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि “जब मणिपुर जल रहा था तब फैक्ट फाइंडिंग टीम कहां थी? जब असम एनआरसी के कारण जल रहा था तब यह टीम कहां थी? कितने आयोगों ने इन स्थानों का दौरा किया? 2 साल के अंदर, करीब 154 टीमों ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया है. ममता बनर्जी ने कहा, “ये बीजेपी की उकसाने वाली समितियां हैं, फैक्ट फाइंडिंग समितियां नहीं हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान इतने सारे लोग मारे गए. वे परिस्थितियों के शिकार हैं. मैंने पुलिस से कार्रवाई करने को कहा है.”दरअसल, जेपी नड्डा ने बंगाल हिंसा को लेकर बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी. इसमें रविशंकर प्रसाद, सत्यपाल सिंह, राजदीप रॉय और रेखा वर्मा को शामिल किया गया है. कमेटी के चारों सदस्य इस वक्त हिंसा प्रभावित राज्य के दौरे पर हैं।