मोदी सरकार के महिला शक्ति वंदन बिल पर बीजेपी के अंदर से भी कई आवाजें उठने लगी है. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने महिला शक्ति वंदन बिल का स्वागत करते हुए इसमें ओबीसी वर्ग की महिलाओं के लिए 50% आरक्षण की पैरवी की है. उमा भारती ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है. उमा भारती ने बिल के वर्तमान मसौदे पर भी चिंता जाहिर की है.बीजेपी की दिग्गज नेता उमा भारती ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा कि,”आज महिला आरक्षण बिल संसद में प्रस्तुत होने वाला है, मुझे गर्व है एवं स्वागत है.1996 में देवगोड़ा जी ने जब इसे प्रस्तुत किया तब मैने इस बिल का स्वागत करते हुए, खड़े होकर सदन के सामने इस बिल में एक संशोधन प्रस्तुत किया।
देवगोडा ने संशोधन पर अपनी सहमति जताते हुए उसे स्टैंडिंग कमेटी को सौंप दिया जिससे यह बिल विचाराधीन हो गया.”उन्होंने आगे लिखा कि,” मैं बेहद खुश हूं लेकिन इस बिल की सार्थकता एवं व्यापकता उस संशोधन के साथ ही होगी जो मैंने प्रस्तुत किया था. मैंने आज एक पत्र के जरिए प्रधानमंत्री को संशोधन का स्मरण कराया है. प्रधानमंत्री को मेरा पत्र मिल जाने की सूचना भी पीएमओ से मुझे प्राप्त हो गई है.”इस बीच भोपाल में मीडिया से चर्चा में भाजपा नेता उमा भारती ने कहा कि मुझे डर है यह 33% आरक्षण उस वर्ग को चला जाएगा जो बस मनोनीत से होंगे. मैंने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा, ओबीसी वर्ग की महिलाओं के लिए 50% आरक्षण होना चाहिए, नहीं तो भाजपा में इस वर्ग का विश्वास टूट जाएगा.”यहां बताते चले कि लोकसभा में आज बुधवार को महिला शक्ति वंदन बिल यानी महिला आरक्षण बिल पर गरमागरम चर्चा चल रही है.महिला आरक्षण के भीतर ओबीसी और एससी-एसटी वर्ग की महिलाओं को आरक्षण देने की पैरवी अलग-अलग दलों द्वारा की जा रही है।